सागवाडा। सागवाड़ा नगरपालिका के 5 कांग्रेस पार्षदों ने आज बुधवार को भाजपा की सदस्यता ले ली। इसके अलावा अन्य लोग भी भाजपा में शामिल हो गए। कांग्रेस के 5 पार्षदों के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी खतरे में आ गई है। 35 सदस्यों वाली सागवाड़ा नगर पालिका में अब कांग्रेस के पास 17 सदस्य ही बचे है। जबकि बहुमत के लिए 18 पार्षदों का समर्थन चाहिए। भाजपा पार्षदों के साथ 5 कांग्रेस पार्षदों ने टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने भाजपा की सदस्यता दिलाई।
टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी आज बुधवार को भाजपा के लोकसभा चुनावो की तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में शामिल होने सागवाड़ा पहुंचे थे। सागवाड़ा में आयोजित बैठक में विधायक शंकरलाल डेचा, पूर्व विधायक अनिता कटारा सहित अन्य भाजपा नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस के 5 पार्षदों के साथ 16 लोग भाजपा में शामिल हो गए। सागवाड़ा नगर पालिका में कांग्रेस के वार्ड 21 से पार्षद आशीष कुलदीप गांधी, वार्ड 3 से पार्षद विमल कलासुआ, वार्ड 26 से पार्षद विशाल नाथूजी यादव, वार्ड 17 से पार्षद मीना सेवक, वार्ड 10 से पार्षद आशा प्रकाश खटीक के अलावा सागवाड़ा नगर कांग्रेस के महामंत्री प्रकाश नानूराम खटीक समेत 16 लोगो ने भाजपा की सदस्यता ली है।
सभी ने एक सामूहिक पत्र भाजपा जिलाध्यक्ष को देते सदस्यता मांगी। पत्र में लिखा है की भाजपा के नेतृत्व में देश का बहुमुखी विकास हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत संकल्प यात्रा, देश में सनातन संस्कृति की पुनः प्रतिष्ठा से अभिभूत होकर भाजपा में शामिल हो रहे है। वही कांग्रेस की गुलामी मानसिकता से दुःखी होकर भाजपा में जाने की बात लिखी है।सागवाड़ा नगर पालिका में 22 पार्षदों के साथ अभी कांग्रेस के नरेंद्र खोड़निया अध्यक्ष है।
लेकिन कांग्रेस के 5 पार्षदों के भाजपा में जाने के बाद कांग्रेस के पास बहुमत के आंकड़े से 1 पार्षद कम है। कांग्रेस के पास अब 17 पार्षद बचे हैं। जबकि भाजपा के 10 ओर 5 कांग्रेस के पार्षदों के भाजपा में आने के बाद संख्या 15 हो गई है। जबकि 3 पार्षद बीटीपी के है। कांग्रेस अध्यक्ष के पास अब बहुमत का आंकड़ा नहीं है। ऐसे में उनकी कुर्सी खतरे में आ सकती है।
पांच पार्षदों के भाजपा में शामिल होने के बारे में नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र खोड़निया ने पाषर्दो पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्षद आशीष गांधी और उनके पार्टनर पर बहुत बड़ी कॉलोनी की जमीन अपने नाम कराने का पालिका अध्यक्ष पर दबाव डालने व ब्लैकमेल करने के लिए पार्टी बदलने का आरोप लगाया है। पालिका अध्यक्ष ने बताया कि नगर पालिका की जमीन एक बीघा और चार बिस्वा, जो लगभग 5 करोड़ की जमीन है। वो मेरे पर दबाव डाल कर ले लेना चाहते थे।
नियम विरुद्ध मुझे दबाव डाल रहे थे कि आप यह जमीन हमको दो और उन्होंने इसके लिए न्यायालय में भी हमारे खिलाफ प्रकरण दे रखा है। तो मैं नगर पालिका में 45000 जनता के भरोसे पर नगर पालिका अध्यक्ष बनाया हूं, नगरपालिका के अंदर तो मैं ऐसा काम होने नहीं दूंगा। उनके मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे, उनको जमीन कभी मिलेगी नहीं। जो मेरे पार्षदों को वह गुमराह कर अपने फेवर में लेने की कोशीश की है। इस तरह से आज इन्होंने जो किया है वह सिर्फ नगर पालिका को नुकसान पहुंचाने का कार्य किया है और जनता के साथ इन्होंने यह बहुत बड़ा विश्वास घात किया है। जनता ने हमें पूर्ण बहुमत के साथ चुना था यह सागवाड़ा के विकास को अटकने का काम कर रहे हैं लेकिन मैं उनके मंसूबे कभी पूरे नहीं होने दूंगा।