आर्थिक कमजोर परिवार की बेटियों की शादी, उच्च शिक्षा के लिए कोचिंग करवाएगा विप्र फाउंडेशन
विप्रजनों ने स्कूल परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का दिया सन्देश
डूंगरपुर। विप्र फाउंडेशन जॉन-1 डूंगरपुर की नवीन कार्यकारिणी का परिचय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह शहर के रमाकुंवर उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में रविवार को जिलेभर के विप्रजनों की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ।
आरंभ में भगवान परशुरामजी की आराधना कर एवं मां सरस्वती की तस्वीर के सम्मुख द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुवात की गई। जिसके बाद विप्र फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष ललित उपाध्याय ने अतिथि परिचय देते हुए विप्र फाउंडेशन के कार्यों के बारे में जानकारी दी। वहीं, ब्राह्मण समाज के साथ ही सर्वसमाज के हित में आने वाले समय में किये जाने वाले कार्यों की रूपरेखा तय की गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तहसीलदार बाबूसिंह राजपुरोहित, विप्र फाउंडेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंड्या, जिलाध्यक्ष ललित उपाध्याय, हर्षित चौबीसा, प्रजापिता ब्रह्मकुमारीज़ दीदी की मौजूदगी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान नवीन कार्यकारिणी के सदस्यों का उपरणा ओढ़ाकर व नियुक्त पत्र देकर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ललित उपाध्याय ने कहा कि विप्र फाउंडेशन देश का सबसे बड़ा संगठन है। मुझे 15 दिन पहले विप्र फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष का दायित्व सौपा गया तब से लेकर अब तक जिले में सभी समाजों को संगठित कर एक मंच पर लाने के लिए प्रयासरत हूँ। विप्र फाउंडेशन का उद्देश्य हमारे समाज के वह बंधु जो गांव, ढाणी में रहते है और आर्थिक रूप से या किसी भी रूप से सक्षम नही हो, उन्हें संबल प्रदान करना है।
साथ ही विप्र समाज की प्रतिभाओं को शिक्षा, खेलकूद व अन्य क्षेत्र में आगे लाना है। उन्होंने कहा कि हमनें विप्र समाज के उत्थान के लिए अलग-अलग प्रकोष्ठ बनाये है जो ग्राम इकाई के अंतर्गत काम करे। विप्र फाउंडेशन के बैनर तले आर्थिक रूप से कमजोर व अपरिवार की बेटियों की शादी करवाने, गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए कोचिंग, स्वास्थ्य मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करवाने, साल में एक बार विप्र समाज की प्रतिभाओं को निखारने जिला, तहसील एवं ग्राम स्तर पर खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन, परीक्षा के दौरान ठहरने समेत उनके तमाम इंतजाम करने का काम विप्र फाउंडेशन की तरफ से किया जाएगा, जिससे परिवारों को मदद मिलेगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विप्र फाउंडेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंडया ने कहा कि प्रदेश में ब्राम्हण समाज के कई संगठन है लेकिन विप्र फाउंडेशन एक ऐसा संगठन है जिसकी कार्यकारिणी प्रदेश के हर जिले, तहसील, गाँव-ढाणी में बनी हुई है। संगठन का उद्देश्य समस्त ब्राम्हण समाज को एकजुट कर एक मंच प्रदान करना है तथा सभी समाजों को आपस में जोड़ना है।
उपाध्यक्ष सुरेश फलोजिया ने कहा कि आजादी के आंदोलन की लड़ाई जो ब्राम्हणों ने लड़ी वो किसी ने नही लड़ी। लेकिन हमारा दुर्भाग्य है कि ब्राम्हण एकजुट नही रहें इसलिए जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ीं उनके बच्चें आज आर्थिक रूप से सक्षम नही होने की वजह से ठेला गाड़ी या चाय की टपरी चलाने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि ब्राम्हणों के नाम पर हजारों संगठन संचालित है इसलिए ब्राम्हण एकजुट नही हो पाता। उन्होंने कहा कि राजनीतिक एवं प्रशासनिक पद पर बैठे व्यक्ति को समाज के व्यक्ति को सहयोग व संबल देना चाहिए। विप्र फाउंडेशन के बैनर तले हम सभी ब्राम्हण समाज के उत्थान के लिए 365 दिन काम करेंगे।
नवीन कार्यकारिणी के परिचय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह के पश्चात पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसके तहत विप्र फाउंडेशन के बैनर तले रमाकुंवर स्कूल परिसर व वसुंधरा विहार में 100 से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री प्रशांत चौबीसा एवं आभार जिला प्रवक्ता चिराग व्यास ने व्यक्त किया।
सम्मेलन में महामंत्री प्रशांत चौबीसा, चिराग व्यास, प्रभुलाल त्रिवेदी, सुरेश फ़लोजिया, शार्दूल चौबीसा, भारतेंदु पंड्या, उमेश जोशी, हेमन्त जोशी, दुर्गाशंकर गामोट, अशोक गामोट, लक्ष्मीनारायण त्रिवेदी, उमेश रावल, रुपशंकर त्रिवेदी, मुकेश जोशी, योगेश पंड्या, कमलेश त्रिवेदी, महिला मंडल अध्यक्ष रोशनी पंड्या समेत बड़ी संख्या में विप्र फाउंडेशन से जुड़े लोग मौजूद रहे।