बेणेश्वर धाम : सोम, माही और जाख़म नदियों के त्रिवेणी संगम बेणेश्वर धाम पर मेलार्थियों का हुजूम उमड़ रहा है। कल माघ शुक्ल पूर्णिमा के दिन बेणेश्वर मेले में देशभर से लाखों भक्त आएंगे। महंत अच्युतानंद महाराज की पालकी यात्रा और शाही स्नान आकर्षण का केंद्र रहेगा। मेले में आने वाले श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाने के बाद देव दर्शनों के साथ मेले का लुत्फ उठा रहे है।
माघ शुक्ल एकादशी से शुरू हुआ बेणेश्वर मेला अपने परवान पर है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश समेत देशभर से लाखों श्रद्धालु अब तक बेणेश्वर मेले में आ चुके है। मेला धाम पर लोगो की भीड़ बढ़ती जा रही है। माघ शुक्ल पूर्णिमा पर कल 24 फरवरी को मुख्य मेला भरेगा। इस दिन बेणेश्वर धाम पर एक दिन में लाखों श्रद्धालु आयेंगे। बेणेश्वर मेले को लेकर साबला, बांसवाड़ा और वालाई पुलियों की ओर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे है।
सोम, माही ओर जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम तटो पर श्रद्धालु पवित्र स्नान कर रहे है। जिन परिवारों ने सालभर में मौत हुई है उनकी अस्थियों की पूजा अर्चना के बाद वागड़ के हरिद्वार में अस्थियों का विसर्जन किया जा रहा है। राधा कृष्ण मंदिर, शिवालय, ब्रह्माजी मंदिर, वाल्मिकी मंदिरो में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओ की कतारें लग रही है। मेले में इस बार 1 हजार से ज्यादा दुकानों पर जमकर खरीदारी हो रही है। लोग अपने घरेलू सामान के साथ खेतीबाड़ी में काम आने वाले साजो सामान की खरीदारी कर रहे है। इसके अलावा मेले में लगे झूले, मौत का कुंआ देखने का भी जमकर लुत्फ उठा रहे है। कई लोग मेला धाम पर स्थित त्रिवेणी संगम के तटों पर ही खाना बनाकर खा रहे है।
कल निकलेगी पालकी यात्रा
मुख्य मेले पर कल 24 फरवरी को महंत अच्युतानंद महाराज और भगवान निष्कलंक अवतार की पालकी यात्रा निकाली जाएगी। साबला हरी मंदिर से हजारों माव भक्त महंत को पालकी में बैठाकर जयकारे लगाते हुए 5 किलोमीटर दूर बेणेश्वर धाम पहुंचेंगे। यहां त्रिवेणी संगम आबुदर्रा घाट पर महंत के साथ हजारों माव भक्त एक साथ डुबकी लगाकर शाही स्नान करेंगे। इसके बाद देवदर्शनों का कार्यक्रम होंगा। वहीं, साद समाज की ओर से रास लीला की जाएगी।