माही डैम बांसवाड़ा हिस्ट्री Mahi Dam Banswara History

Mahi Dam Banswara History : माही बांध का निर्माण कार्य साल 1972 में शुरू हुआ था। निर्माण कार्य साल 1983 तक चला। इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 11 नवंबर 1983 को माही बांध का उद्घाटन किया। 1972 में तत्कालीन वित्तमंत्री मोरारजी देसाई ने माही की नींव रखी थी।

माही नदी बांसवाड़ा पश्चिमी भारत की एक प्रमुख नदी हैं। माही का उद्गम मध्यप्रदेश के धार जिला के समीप मिन्डा ग्राम की विंध्याचल पर्वत श्रेणी से हुआ है। यह दक्षिणी अरावली में जयसमन्द झील से प्रारम्भ होती है। यह मध्य प्रदेश के धार, झाबुआ और रतलाम जिलों तथा गुजरात राजस्थान राज्य से होती हुई खंभात की खाड़ी द्वारा अरब सागर में गिरती है।

माही डैम बांसवाड़ा हिस्ट्री : इसकी दक्षिणी-पूर्वी शाखा बांसवाड़ा जिले से विपरीत दिशा में आकर मिलती है। इस पर माही बजाज सागर एवं कडाणा बाँध बनाये गए हैं। यह खम्भात की खाड़ी में गिरती है। इसकी कुल लम्बाई लगभग 472 किलोमीटर है।

यह भारत की एकमात्र ऐसी नदी है जो कर्क रेखा को दो बार काटती है। यह भारत की पवीत्र नदियो मे से एक हे।

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