जयपुर। विश्व आदिवासी दिवस पर सीएम अशोक गहलोत ने घोषणा की थी कि, राष्ट्रीय स्मारक के रूप में मानगढ़ धाम विकसित होगा। राष्ट्रीय स्मारक बनाने के लिए 100 करोड़ रुपए की लागत से विकास कार्य कराए जाएंगे। मानगढ़ धाम बांसवाड़ा के प्रसिद्ध समाज सुधारक गोविंद गुरू की साधना स्थली है। मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक बनाने के लिए विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने DPR बनाने के लिए 1 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। सीएम गहलोत ने विश्व आदिवासी दिवस (9 अगस्त, 2023) पर मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में विकसित कराने और 100 करोड़ रुपए की लागत से विकास कार्य करवाने की घोषणा की थी।
यह है मानगढ़ धाम का इतिहास
गुजरात और राजस्थान की सीमा पर एक पहाड़ी पर मानगढ़ धाम स्थित है। 1913 पर मानगढ़ धाम पर गोविंद गुरु महाराज अपने भक्तों के साथ आंदोलन कर रहे थे। इस आंदोलन को कुचलने के लिए ब्रिटिश सरकार ने हमला कर दिया था। इस नरसंहार में करीब 1500 आदिवासी शहीद हुए थे। हर वर्ष उनकी याद में 17 नवंबर को एक मेला होता है।