मदर्ड पर सीकर के फतेहपुर इलाके में एक बच्चे के उपर से पूरी ट्रेन गुजर गईं। किंतु बच्चे को कोई क्षति नहीं हुई। बस बच्चे को मामूली खरोंच आई है।
सीकर। कहते हैं अगर भगवान बचाने वाला हो तो कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। ऐसा ही एक मामला सीकर के फतेहपुर रेलवे स्टेशन के पास देखने का मिला। मदर्स के दिन फतेहपुर रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले एक खानाबदोस परिवार का एक मासूम बच्चा पटरियों पर बैठा-बैठा खेल रहा था।
कुछ देर बाद बच्चा पटरियों के बीच गिर गया और इस दौरान यहां से एक मालगाड़ी ट्रेन गुजर गई। बच्चे की मां भी वहीं पर बैठी थी और वह भगवान से अपने बच्चे के सही सलामत होने की दुंआ करती रही। जब मालगाड़ी ट्रेन बच्चे के ऊपर से पूरी गुजर गई तो मां ने बच्चे को सीने से लगा लिया। दअरसल, बच्चे को सिर में खरोंच ही आई थी।
मदर्स डे पर एक मां की दुंआ ने अपने बेटे की जान बचा ली और भगवान ने अनर्थ होने से बचा लिया। हालांकि, यह नजारा देख मासूम की मां सहम गई थी और वह भगवान से बच्चे सही होने की दुंआ मांगती रही है। जब पूरी ट्रेन बच्चे के ऊपर से गुजर गई तो डरी सहमी मां अपने बच्चे के पास पहुंची और उसे अपने सिने से लगा लिया। यह नजारा देखने के बाद यहां भारी भीड़ जमा हो गई।
दरअसल, फतेहपुर स्टेशन के नजदीक पटरियों के पास कुछ खानाबदोश परिवार रहते हैं। परिवार के बच्चे पटरियों के नजदीक ही खेलते हैं। दो साल का बच्चा अपनी मां के साथ पटरियों के नजदीक बैठा था, मां जलावन के लिए लड़कियां इकट्ठी कर रही थी। लेकिन बच्चा खेलते हुए पटरियों पर चला गया। मां कुछ समझ पाती उससे पहले ही ट्रेन आ गई। मां प्रार्थना करती रही और ट्रेन गुजर गई। उसके बाद लोगों का जमावड़ा लग गया।