जयपुर/राजस्थान सरकार ने पेपर लीक और भर्ती फर्जीवाड़ों को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021, PTI भर्ती-2022, CHO भर्ती-2022 और EO-RO भर्ती-2022 में की गई कार्रवाई का ब्यौरा दिया गया है। सरकार ने इन मामलों में गिरफ्तारी, परीक्षा रद्दीकरण, बर्खास्तगी और दोबारा दस्तावेज सत्यापन जैसे कई कदम उठाए हैं।
SI भर्ती-2021: 80 से ज्यादा गिरफ्तार, SIT की सख्त जांच
सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021 के मामले में 53 ट्रेनी SI और 6 अन्य अभ्यर्थी सहित 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। SIT की जांच में कुछ और अभ्यर्थी रडार पर हैं, जिनके खिलाफ जल्द कार्रवाई की संभावना है। यह भर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई थी, लेकिन उस समय कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए थे।
PTI भर्ती-2022: 185 अभ्यर्थी बर्खास्त, फर्जी डिग्री गिरोह पर शिकंजा
PTI भर्ती में 5546 पदों के लिए आयोजित परीक्षा में भारी फर्जीवाड़ा सामने आया। कांग्रेस शासनकाल में फर्जी दस्तावेज और संदिग्ध चयन के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन भाजपा सरकार बनते ही 200 एफआईआर दर्ज हुईं और 185 चयनित अभ्यर्थियों को बर्खास्त कर दिया गया। इसके साथ ही फर्जी डिग्री देने वाले विश्वविद्यालयों और एजेंटों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की गई है।
CHO भर्ती-2022: पेपर लीक के बाद रद्द कर दोबारा परीक्षा
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) की संविदा भर्ती में सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की पुष्टि के बाद, वर्तमान सरकार ने परीक्षा को रद्द किया। इसके बाद 3 मार्च 2024 को दोबारा परीक्षा कराई गई, जिसमें पूर्ण पारदर्शिता बरती गई।
EO-RO भर्ती-2022: रिजल्ट से पहले भर्ती रद्द, नए सिरे से परीक्षा
राजस्व अधिकारी और अधिशासी अधिकारी भर्ती में भी फर्जीवाड़े की शिकायतें सामने आई थीं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर RPSC ने रिजल्ट से पहले ही भर्ती रद्द कर दी। इसके बाद नई परीक्षा आयोजित की गई और सफल अभ्यर्थियों को रोजगार मेले के माध्यम से नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
सरकार का दावा: 69 हजार नौकरियां दीं, 1.88 लाख पदों पर भर्ती जारी
सरकार का कहना है कि पिछले डेढ़ साल में 69,000 पदों पर नियुक्ति दी गई, और 1.88 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है। इनमें से किसी भी भर्ती में पेपर लीक की शिकायत नहीं आई है। साथ ही, RPSC और RSSB द्वारा पहली बार भर्ती कैलेंडर जारी किया गया है, जिससे पारदर्शिता बढ़ी है।
भजनलाल सरकार की यह रिपोर्ट बताती है कि राजस्थान में अब पेपर लीक और फर्जीवाड़े पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है। जिन भर्तियों में गड़बड़ियां पाई गईं, उन पर न सिर्फ कार्रवाई की गई बल्कि पारदर्शिता बहाली के लिए दोबारा परीक्षाएं करवाई गईं। सरकार का दावा है कि अब भर्तियों की प्रक्रिया पारदर्शी और भरोसेमंद है।