सागवाडा। दिगम्बर जैन समाज के दस दिवसीय पर्यूषण दसलक्षण महापर्व कल से शुरू होकर 28 सितम्बर तक चलेंगे। समाज के प्रतिष्ठाचार्य विनोद पगारिया विरल ने बताया कि दस दिवसीय महापर्व भाद्रपद शुक्ल पंचमी से भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी तक मनाये जाते है। इस वर्ष एकादशी का क्षय होने से गणेश चतुर्थी के दिन से पर्यूषण पर्व प्रारंभ होगा।
दसलक्षण पर्व के तहत 19 सितंबर को उत्तम क्षमा धर्म, 20 को उत्तम मार्दव धर्म , 21 को आर्जव धर्म, 22 को शौच धर्म, 23 को उत्तम सत्य धर्म व पुष्पदन्त भगवान का मोक्ष कल्याणक महोत्स, 24 को उत्तम संयम धर्म, 25 को उत्तम तप धर्म व सुगंध दशमी, 26 को उत्तम त्याग धर्म, 27 को उत्तम आकिंचन्य धर्म और 28 को उत्तम ब्रह्यचर्य धर्म तथा वासूपूज्य भगवान का मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा। साथ ही 27 व 28 सितंबर की रात में पालकीया निकाली जाएगी। समाज के सेठ महेश नोगामिया ने बताया कि पर्यूषण पर्व की समाप्ति पर 30 सितम्बर को 1 रथ तथा 1 अक्टूबर को 2 रथ निकाले जाएंगे। इस वर्ष दसलक्षण पर्व पर योगीन्द्र गिरी क्षेत्र पर आचार्य कनकनन्दीजी महाराज,जैन बोर्डिंग मे आचार्य सुन्दर सागर जी महाराज ससंघ तथा पुनर्वास कॉलोनी मे आचार्य चन्द्रसागरजी महाराज का सानिध्य प्राप्त होगा।
पर्व के तहत श्रावको द्वारा प्रतिदिन जिनेन्द्र भगवान का अभिषेक कर देव शास्त्र गुरु पूजा,सोलह कारण पर्व पूजा,पंचमेरू पूजा, दसलक्षण पूजा की जाएगी साथ ही स्वाध्याय प्रतिक्रमण किया जाएगा।