जयपुर/अरब सागर में बने चक्रवात बिपरजॉय का असर आज शाम से राजस्थान में दिखना शुरू हो गया है। शुरुआती दौर में पांच जिलों बाड़मेर, सिरोही, पाली, जैसलमेर और जालोर में मौसम बदला। आंधी के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया।
आपदा विभाग की ओर से 24 घंटे में तूफान से जयपुर, टोंक, बूंदी, अजमेर, भीलवाड़ा जिलों और आसपास क्षेत्र में तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है। विभाग ने 60 किमी की रफ्तार से आंधी चलने की भी संभावना व्यक्त की है।
जालोर जिले के सांचौर में 3 बजे बाद अचानक हवा चलने लगी। वहीं बाड़मेर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी हवा के साथ बारिश का दौर शुरू हुआ। जैसलमेर के भी भणियाणा के झाबरा गांव में हल्की बारिश शुरू हुई।
गुजरात बॉर्डर से सटे सांचौर के डूंगरी गांव में सबसे पहले इसका असर देखने को मिला। इसके अलावा आस-पास के करीब 36 गांवों में हल्की बारिश भी हो रही है। वहीं बाड़मेर के गुड़ामालानी और इसके आस-पास इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो चुका है।
शाम होते-होते इसका असर पाली और सिरोही भी जिलों में देखने को मिला। पाली के सुमेरपुर और सिरोही शहर समेत माउंट आबू में तेज हवा के साथ बारिश हुई।
इस चक्रवात को देखते हुए माउंट आबू में कार्यवाहक मजिस्ट्रेट डॉ.शुभमंगला ने दो दिन तक माउंट के सभी इंग्लिश मीडियम स्कूल में छुट्टी घोषित कर दी है। गौरतलब है कि यहां गर्मियों की छुटि्टयां नहींं होती है। ऐसे में स्कूल के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। इसके साथ ही नक्की लेक में भी दो दिन तक बोटिंग पर रोक लगा दी है।
इससे पहले ही दोनों जिले के जिला प्रशासन की ओर से बिपरजॉय को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया था।
इधर, बुधवार शाम को सचिवालय में मुख्य सचिव ने प्रदेश के सभी कलेक्टर्स के साथ बैठक कर तैयारियों को लेकर रिव्यू किया गया। बताया जा रहा है कि इसका सबसे ज्यादा असर जोधपुर संभाग में दिखेगा।
यहां भारी से अति भारी बारिश (200MM या उससे ज्यादा) की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है। राहत और बचाव के लिए SDRF, NDRF की 9 कंपनियां अलग-अलग जिलों में तैनात की गई हैं।
इधर, गुरुवार देर शाम आपदा विभाग ने अलर्ट मैसेज जारी कर जयपुर, टोंक, बूंदी, अजमेर और भीलवाड़ा समेत आस-पास के इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने और 40 से 60 किमी की स्पीड से हवा चलने का अलर्ट जारी किया है।
बाड़मेर में बिपरजॉय का सबसे अधिक खतरा बताया है। सुबह से ही यहां पर तेज हवा चलने के साथ बादल छा रहे थे। दोपहर बाद वहां तूफान का असर दिखाई दिया।
इसके अलावा बाड़मेर-जालोर जिले, जहां भारी बारिश का अलर्ट है, वहां निचले जलभराव वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस बीच, चेतावनी वाले जिलों में सरकार ने तीन दिन (16 से 18 जून) तक एडवेंचर एक्टिविटी और टूरिस्ट ट्रिप के साथ महंगाई राहत कैंप पर रोक लगा दी है।
जैसलमेर में मनरेगा श्रमिकों को भी 16 और 17 जून को छुट्टी पर रहने के आदेश दिए गए हैं। देर रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अधिकारियों संग हाई लेवल मीटिंग करके तूफान-बारिश से आने वाली आपदा से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की।
आज गुजरात के तट पर टकराएगा
बिपरजॉय तूफान अभी अरब सागर में है और यह गुरुवार शाम तक गुजरात के जखाऊ पोर्ट से आकर टकराएगा, जो गुजरात के ही मांडवी पोर्ट और पाकिस्तान के कराची पोर्ट के बीच है।
इस साइक्लोन के गुजरात तट से टकराने के बाद राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में इसका असर दिखने लगेगा। 16 जून की दोपहर तक ये साइक्लोन डिप्रेशन के रूप में राजस्थान में प्रवेश करेगा, जो 17 जून तक जोधपुर के नजदीक आने तक लो प्रेशर एरिया में तब्दील होकर खत्म हो जाएगा।
इन जिलों के लिए रेड अलर्ट
मौसम केन्द्र जयपुर ने इस तूफान से जालोर, बाड़मेर, पाली, जोधपुर और नागौर जिलों में अति भारी बारिश होने की आशंका जताते हुए इन जिलों के लिए 16-17 जून का रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 70KM तक की स्पीड से तूफान आने की भी आशंका जताई जा रही है।
मौसम विभाग की इस भविष्यवाणी के तहत कुछ इलाकों में 200MM या उससे ज्यादा बरसात हो सकती है। इसी चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने इन हर जिलों में कल से फ्लड कंट्रोल रूम शुरू करने और वहां सिविल डिफेंस और अन्य राहत बचाव के लिए पर्याप्त बंदोबस्त करने के लिए कहा है।
गुजरात बॉर्डर से सटे सिरोही में बुधवार शाम से ही मौसम बदलने लगा। यहां कल शाम तेज बारिश हुई।
सिरोही में देर शाम बारिश का दौर हुआ शुरू
चक्रवात आने से पहले गुजरात से सटे सिरोही जिले में इसका असर दिखना शुरू हो गया है। यहां बुधवार देर शाम रेवदर तहसील के आस-पास इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश का दौर चला। हवा की रफ्तार इतनी थी कि लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाए।
इसके साथ ही दुकानों के बाहर रखे होर्डिंग भी गिर गए। करीब 20 मिनट तक चली हवा और बारिश से पूरे इलाके में पानी भर गए। वहीं चक्रवात को देखते हुए जिले में अलर्ट किया गया है और लोगों को बिना काम घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है।
एडवेंचर टूरिज्म और महंगाई राहत कैंप पर तीन दिन की रोक
मुख्य सचिव ऊषा शर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में बिपरजॉय प्रभावित जिलों में सरकार ने एडवेंचर टूरिज्म पर रोक लगाने का निर्णय किया है।
इसके साथ ही तूफान की स्थिति में प्रभावित क्षेत्रों में महंगाई राहत कैंप स्थगित रहेंगे। ये रोक 16 से 18 जून तक रहेगी। सरकार ने मौसम विभाग से जारी एडवाइजरी के बाद बाड़मेर, जालाेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, नागौर, बीकानेर, अजमेर, राजसमंद, सिरोही और उदयपुर जिलों के लिए चेतावनी जारी की है।
वहीं, एसडीआरएफ की 8 कंपनियां जयपुर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर, अजमेर, जोधपुर-बीकानेर में रहेगी तैनात रहेंगी। एक कंपनी अजमेर में एनडीआरएफ की तैनात की गई है।
तीन तरह के होते हैं अलर्ट
येलो अलर्ट : इसमें भारी बारिश का अलर्ट होता है और 64 से लेकर 116MM तक बारिश होने का अनुमान रहता है।
ऑरेंज अलर्ट : इसमें भी भारी बारिश का अलर्ट होता है और 117 से 204MM तक बारिश होने का अनुमान रहता है।
रेड अलर्ट : इसमें अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया जाता है और इस दौरान 205MM से ज्यादा बारिश होने का अनुमान जताया जाता है।
सबसे ज्यादा असर पश्चिमी राजस्थान में
इस तूफान का सबसे ज्यादा असर पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर संभाग में देखने को मिलेगा। जोधपुर संभाग के बाड़मेर, जालोर, पाली, बाड़मेर, जैसलमेर में कलेक्टर ने वहां के लोगों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए 16 और 17 जून को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
बारिश और तूफान के समय घरों में रहने के लिए कहा है। साथ ही आपात स्थिति के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष के नंबर जारी किए है। बीकानेर में तो लाउडस्पीकर पर मुनादी के जरिए लोगों के सतर्क रहने के निर्देश दिए जा रहे है।
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