- रामकथा 28 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलेगी रामकथा
- पहले दिन भोजन आदिवासी समाज की ओर से दिया गया
सागवाडा। क्षेत्र की लाइफ लाइन कहीं जाने वाली मोरन नदी की सफ़ाई को लेकर खडगदा गांव में शनिवार से रामकथा का आगाज हुआ। कथा 5 जनवरी तक चलेगी। रामकथा रविवार से रोजाना सुबह 11.30 से शुरू होगी। वागड़ में सामाजिक समरसता के वाहक कमलेश भाई शास्त्री रोज़ाना राम कथा करेंगे।
कथा के बाद रोजाना भोजन होगा। शनिवार सुबह भगवान लक्ष्मीनारायण मंदिर के प्रांगण से शोभायात्रा का शुभारंभ किया गया। गाजे बाजे के साथ शोभायात्रा मुख्य यजमान शारदा मणिलाल जोशी के निवास पहुंची। शोभायात्रा यजमान निशा हरीओम पंचाल का ग्रामीणों की ओर से स्वागत किया गया।
शोभायात्रा भाटिया समाज के नोहरे से प्रारंभ हुई जो मोरन नदी पर हाल ही में बनाए गये रीवर फ़्रंट पर होते हुए यादव बस्ती से भट्टमेवाडा समाज, स्वामी विवेकानंद चौक से नवरात्रि चौक होते हुए बस स्टैंड पहुंची। यहां से शोभायात्रा रामकथा स्थल श्री गोवर्धन विद्या विहार खेल मैदान पर पहुंची।
शोभायात्रा के दौरान एक बग्गी पर संत, दूसरी पर मुख्य यजमान और तीसरी बग्गी पर शोभायात्रा के यजमान चल रहे थे। शोभायात्रा में क्षेत्र की विभिन्न धाम और धुणियों से आये संतों का सर्व सनातन समाज की ओर से अभिनंदन किया गया।
विधायक शंकरलाल डेचा, भाजपा ज़िलाध्यक्ष हरीश पाटीदार, पूर्व सांसद कनकमल कटारा, जिला प्रमुख सुर्या अहारी, गलियाकोट प्रधान जयप्रकाश पारगी, सागवाडा प्रधान ईश्वर सरपोटा, बलवीर अहारी, चंदनसिंह चौहान, खडगदा सरपंच गटीदेवी का रामकथा आयोजन समिति के अध्यक्ष ईश्वरचंद्र भट्ट ने स्वागत किया। रामकथा वाचक कमलेश भाई शास्त्री ने पहले दिन कथा के उद्देश्य के बारे में बताया।
पहले दिन का भोजन आदिवासी समाज की ओर से सर्व समाज को कराया कराया गया।