सागवाड़ा। राजा श्रीराम की अयोध्या नगरी से सागवाड़ा भले ही लगभग 1105 किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन रामलला के बाल स्वरूप प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सागवाड़ा में लोगों की उमंग देखते ही बनती है। बच्चे, बूढ़े और जवान सभी के जुबान पर एक ही गीत हैं राम आएंगे…। ना तो अभी अवसर रामनवमी का है और ना ही दीपावली का मौका, लेकिन घर-घर दीपक सजने लगे हैं।
मंदिरों में विशेष साज-सज्जा होने लगी है। बिजली के रंग-बिरंगे बल्बों की लड़ियों से मंदिर जगमगाने लगे हैं। नगरवासियों ने 22 जनवरी को दीपोत्सव मनाने की पूरी तैयारी कर ली है। राम भक्त बेहद उत्साहित दिख रहे हैं।
गाँव गाँव और शहर रामधुन की गूंज
प्रभु श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर गाँव गाँव और शहरों में विविध आयोजन हो रहे हैं इसी कड़ी में ज़िले के प्रत्येक गाँव में प्रभात फेरी निकालकर वातावरण तैयार किया जा रहा है। महिला पुरूष बच्चे सुबह सुबह गाँव की गलियों में राम धुन की गूंज के साथ उत्साह का वातावरण तैयार कर रहे हैं। डूंगरपुर ज़िले के प्रत्येक गाँव में 21 और 22 जनवरी को विविध धार्मिक अनुष्ठान होंगे होंगे।
मंदिरों में भक्ति गीत व होंगे जागरण
विपुल पंचाल ने बताया राम मंदिर उद्घाटन के अवसर पर संपूर्ण शहर तथा ग्रामीण अंचल में स्थित मंदिरों की साफ सफाई की व्यवस्था की गई है। साथ ही 22 जनवरी को सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक सभी मंदिरों पर सुंदरकांड पाठ, भक्ति गीत तथा जागरण आदि की व्यवस्थाएं की जाएगी। जिसमें सभी राम भक्त शामिल होंगे। आरएसएस, वीएचपी, बजरंगदल समेत अन्य संगठनों की ओर से राम मंदिर प्रतिष्ठा के दौरान स्थानीय स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसके चलते शहर में भी 22 जनवरी को दोपहर विशाल श्री राम शोभा यात्रा निकाली जाएगी। यह शोभायात्रा माड़वी चौक, सदर बाजार, गोल चौराहा, कलालवाड़ी होते हुए पुनः रामद्वारा धाम पहुंचेगी। जहां विधिवत रूप से शोभायात्रा का समापन कर प्रसादी वितरण किया जाएगा।
500 वर्ष बाद विराजेंगे भगवान राम
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर स्थापना के बाद श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन हो रहे हैं। पालिकाध्यक्ष नरेंद्र खोड़निया बताते हैं कि उक्त स्थान पर श्रीराम 500 वर्ष बाद विराजेंगे। असली दिवाली 22 जनवरी को ही होगी। जिसे लेकर लोगों में अलग ही तरह का उत्साह देखने को मिल रहा है। विभिन्न धार्मिक संगठन एवं सामाजिक संगठनों की ओर से सभी सनातन धर्मावलम्बियों को 22 जनवरी को समारोह मनाने का आग्रह किया गया है।
प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व भगवा रंग से रंगा सागवाड़ा का बाजार
सागवाड़ा के बाजारों में दिखाई दे रही है। शहर के प्रमुख बाजार भगवा रंग से रंगे हुए हैं। गुब्बारों से लेकर धर्मध्वजा तक की सजावट संग बिक्री से बाजार राममय दिखाई दे रहा है। हर कोई इस विशेष आयोजन के रंग से सराबोर होने को आतुर है। घरों व प्रतिष्ठानों में सजाए जाने के लिए झंडे बिक्री के लिए तैयार हैं, लोग केसरिया चमकीले झंडे खरीदते देखे जा रहे हैं । दुकानदारो ने बताया कि इस बार बाजार में छोटे झंडों के साथ ही एक फीट से दस फीट तक के झंडे उपलब्ध है।
महोत्सव के प्रति लोगों का उत्साह देखते हुए जय श्रीराम लिखे व रामदरबार को प्रदर्शित करने वाली सामग्री की मांग बढ़ी है। ऐसे में गुब्बारे, बिल्ला, बैच, पटका, गले का पट्टा, माथा पट्टी, पतंगी, फूल की लड़ी आदि दुकानों में उपलब्ध है। भगवान श्री राम से जुड़ी सामग्री की मांग कमोवेश दोगुनी हो गई है। दुकानदारों ने बताया कि राम नवमी के सापेक्ष इस महोत्सव को लेकर सामग्री के दामों में करीब बीस प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो चुकी है।