Dungarpur Accidents : डूंगरपुर जिले में सड़कों का विस्तार तो हो रहा है, लेकिन इसके साथ-साथ वाहनों की संख्या में भी तेज़ी से इजाफा हो रहा है। पिछले पाँच वर्षों में जिले के विभिन्न पुलिस थानों में सड़क दुर्घटनाओं के 2406 मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें 1146 लोगों की जान चली गई है। विशेष रूप से दोपहिया वाहनों की आमने-सामने टक्कर की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और इनमें सबसे अधिक युवा हताहत हो रहे हैं।
2020 से 2024 के आंकड़े
- वर्ष 2024 में सड़क दुर्घटनाओं के 554 मामले सामने आए, जिनमें 271 लोगों की मृत्यु हुई।
 - जनवरी 2025 के पहले ही महीने में जिले में 18 सड़क हादसे हुए, जिनमें 15 लोगों की जान चली गई, जिनमें से 13 युवा थे।
 - अधिकांश मौतें दोपहिया वाहनों की आमने-सामने टक्कर के कारण हुईं।
 
| वर्ष | मामले | लोगों की मृत्यु | 
| 2020 | 398 | 169 | 
| 2021 | 437 | 196 | 
| 2022 | 510 | 257 | 
| 2023 | 507 | 253 | 
| 2024 | 554 | 271 | 
युवाओं में बढ़ती लापरवाही और तेज़ रफ्तार का खतरा
डूंगरपुर शहर और ग्रामीण इलाकों में कई युवा तेज़ गति से वाहन चलाते और स्टंट करते देखे जा सकते हैं। विशेष रूप से शहर के भीतरी संकरे रास्तों, रिंग रोड और बर्ड सेंचुरी क्षेत्र में युवा पावर बाइक चलाने और स्टंट करने के कारण हादसों का शिकार हो रहे हैं।
मुख्य कारण:
- यातायात नियमों का उल्लंघन – हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग न करना।
 - तेज़ गति से वाहन चलाना – विशेषकर घुमावदार सड़कों पर।
 - स्टंट करना और लहराते हुए वाहन चलाना।
 - क्षमता से अधिक सवारियां बैठाना।
 - शराब पीकर वाहन चलाना।
 - सड़क पर गति अवरोधकों और चिन्हित खतरनाक स्थानों की उपेक्षा।
 
सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान
डूंगरपुर जिला पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा जनवरी में सड़क सुरक्षा माह मनाया गया, जिसमें वाहन चालकों को गुलाब का फूल देकर यातायात नियमों की पालना करने का संदेश दिया गया। इसके अलावा, स्कूलों और गांवों में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जनजागरूकता अभियान भी चलाया गया।
					
		