डूंगरपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी के सेवा पखवाडे के तहत उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत कार्यशाला में पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करने के लिए पहुंचे। जहां पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने सांसद राजकुमार रोत को आदिवासी विरोध बताया। उन्होंने कहा की झारखंड के कैथोलिक चर्च की विचारधारणा को यहां पर लागू कर रहे है।
उन्होंने बताया कि वक्त संशोधन बिल जनजाति वर्ग के लिए लाभकारी था। उस समय सांसद राजकुमार रोत औवेसी जैसे नेता के साथ खडे हुए थे। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी आदिवासी का भला नही किया। सिर्फ वोट बैंक समझकर उपयेाग किया।
बॉडी: डूंगरपुर दौरे पर आए सांसद मन्नालाल रावत ने कहा कि मोदी सरकार ने आमजन को लाभ देने के लिए दीपावली से पहले जीएसटी में कटौती की है। उन्होंने कहा की कांग्रेस ने आदिवासी का भला नही किया। बीजेपी ने डूंगरपुर में डूंगर बरंडा, बांसवाडा में बांसिया भील जैसे महापुरुषों के स्मारक बना रही है। वसुंधरा सरकार में कालीबाई पैनोरमा भाजपा ने बनाया था। उन्होंने वीर बाला काली बाई का पाठयक्रम किताबों से हटाने को गलत बताते हुए जल्द ही उसे जल्द सुधार करने की बात कही।
धर्मातंरण के मुददे पर उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन अधिनियम में आदिवासी क्षेत्र की कोई भी संपत्ति वक्फ की नही होगी। इस बिल पर बीएपी के सांसद राजकुमार रोत ने लोकसभा में बिल का विरोध करते हुए औवेसी जैसे नेताओं के साथ खडे रहे। सांसद राजकुमार रोत जनजाति वर्ग के सबसे बडे विरोध है। सुप्रीम कोर्ट ने कोटे मे कोटे का फैसला दिया था। इसका सांसद राजकुमार रोत ने सबसे पहले विरोध किया था। आदिवासी को मिल रहे आरक्षण का विरोध करते है। राजस्थान में विधानसभा में धर्मातंरण बिल का बीएपी के चारो विधायक ने विरोध किया था। बीएपी की विचारधारणा कैथोलिक चर्च झारखंड से आती है।
उन्होंने कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के मित्र पादरी एल्वीन थे। उनके कारण मध्य भारत, पूर्वोत्तर क्षेत्र में जनजाति वर्ग के लोगों का ईसाई कंवर्जन हुआ है। अब धर्मातंरण को रोकने के लिए बिल बनाया गया है। जिसका बीएपी और कांग्रेस विरोध कर रही है। अनुसूचित जाति के लिए था। जिसमें अनुसूचित जाति में जिसने सनातन धर्म छौड कर अन्य धर्म में गया है। उन्हें एससी वर्ग की सभी सरकारी योजना का लाभ, आरक्षण नही दिया जाता है।
यही नोटिफिकेशन एसटी वर्ग में भी डा भीमराव अंबेडकर लेकर आए थे। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उन्हें ऐसा नही करने दिया। यह कांग्रेस का सबसे बडा पाप है। उन्होंने कहा की एसटी वर्ग में आरक्षण का 72 प्रतिशत, छात्रवृति का 70 प्रतिशत, विकास का अनुदान ग्रांड का 68 प्रतिशत लाभ धर्मातंरित लोग उठा रहे है। इससे आदिवासी लोगों के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने रेलवे को लेकर कहा कि 19 सितम्बर को नोडल स्तरीय रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक है।
जिसमें डूंगरपुर और उदयपुर को लेकर दक्षिण भारत से जोडा जाए। कई ट्रेन दक्षिण से चलकर अहमदाबाद में रुक जाती है। वहां पर 17 से 18 घंटे का होल्ड करती है। हम उन ट्रेन को उदयपुर तक लाने का प्रयास कर रहे है। उदयपुर से सूरत वंदे भारत ट्रेन चल सकती है। असरवा से आगरा तक चलने वाली ट्रेन को मानगढधाम स्पेशल ट्रेन करने की मांग भी रख रहे है।