डूंगरपुर/कोतवाली थाना क्षेत्र के थाणा रेडा फला में ट्रेन की टक्कर से बुजुर्ग की मौत पर दूसरे दिन शुक्रवार को पहचान हो गई। ट्रेन की टक्कर से बुजुर्ग का सिर धड़ से अलग हो गया था। इसके बाद शव को ट्रेन में रखकर बिछीवाड़ा स्टेशन पर ले गए थे। कोतवाली पुलिस ने शव को मॉर्चुरी में रखवाया था।
कोतवाली थाना एसआई अमृतलाल मीणा ने बताया कि चौकी फला सांगरिया निवासी वालचंद्र पुत्र रुपसी रोत ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इसमें बताया कि उसके पिता रुपसी रोत (56) पुत्र हकरा रोत मानसिक रूप से बीमार रहते हैं। उनके 4 बेटे और 3 बेटियां हैं। गुरुवार सुबह करीब 8 बजे उसके पिता घर से निकल गए। भाई के घर जाने का समझकर किसी को बताया नहीं।
वहीं गुरुवार को उदयपुर से असारवा अहमदाबाद जाने वाली ट्रेन की चपेट में आने से रुपसी रोत की मौत हो गई। थाणा रेडा फला के पास ट्रेन की चपेट में आने से रुपसी का सिर धड़ से अलग हो गया। उसी ट्रेन से शव को बिछीवाड़ा रेलवे स्टेशन पर लेकर गए। जहां से कोतवाली थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया।
इसके बाद शव को डूंगरपुर अस्पताल की मॉर्चुरी में रखवाया था। पुलिस शव की पहचान करने के प्रयास कर रही थी। वहीं आज शव की पहचान करने के बाद पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवाया। फिलहाल पुलिस घटना को लेकर जांच कर रही है।