सागवाड़ा। गुजरात स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ माँ अंबाजी धाम की ओर हर वर्ष हजारों श्रद्धालु पदयात्रा करते हुए पहुँचते हैं। वर्षों से चली आ रही इस परंपरा के तहत इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु भीलूड़ा होते हुए अंबाजी धाम की ओर रवाना हुए।
शनिवार को जब पदयात्रा डूंगरपुर-बांसवाड़ा बाइपास हाईवे मार्ग से गुज़री तो श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए लोगों ने विशेष व्यवस्था की। पदयात्रियों को जलपान व अल्पाहार कराते हुए सेवा का पुण्य लाभ लिया गया। इस मौके पर पत्रकार संघ अध्यक्ष चंद्रेश व्यास, मयंक शर्मा, ललित जैन, राकेश खींची और राजू शेख ने भी श्रद्धालुओं का अभिनंदन कर शुभकामनाएँ दीं।
पदयात्रियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। जयकारों और भक्ति गीतों से वातावरण गूँज उठा। श्रद्धालु नंगे पाँव माँ अंबाजी के दर्शन के लिए कठिनाइयों की परवाह किए बिना आगे बढ़ते रहे।
लोगो का कहना है कि पदयात्रा न केवल आस्था का प्रतीक है बल्कि यह सेवा, समर्पण और सामाजिक एकता का अद्भुत उदाहरण भी प्रस्तुत करती है। स्वागत से पदयात्रियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ और माहौल भक्तिमय बन गया।