सागवाड़ा। विषबेल की तरह फैलती पॉलिथिन वर्षों से पर्यावरण के लिए अभिशाप बनी हुई है। सागवाड़ा की सड़कों, नालियों, खेतों और सार्वजनिक स्थलों पर बिखरी यह पॉलिथिन न केवल हमारे परिवेश को प्रदूषित कर रही है बल्कि बेजुबान जानवरों के लिए मृत्यु का कारण भी बन रही है।
न जाने कितने निरपराध जानवर भोजन की तलाश में इन्हीं पॉलिथिन में लिपटा कचरा खा जाते हैं और अनजाने में मौत के मुंह में समा जाते हैं। यह न केवल अमानवीय है, बल्कि हमारी सामूहिक विफलता का प्रमाण भी है। पॉलिथिन के उपयोग पर कानूनी पाबंदी के बावजूद न तो स्थानीय प्रशासन प्रभावी कार्यवाही कर रहा है और न ही आम नागरिक जागरुकता दिखा रहे।
आइए, आज हम सब एकजुट होकर ये संकल्प लें –
- हम पॉलिथिन का पूर्ण बहिष्कार करेंगे।
- कपड़े या जूट के थैलों का प्रयोग करेंगे।
- दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
व्यवसाई न तो पॉलिथिन का उपयोग करें न ही इसका विक्रय करें, चोरी छिपे भी नहीं… पॉलिथिन का उपयोग करने वालों को समझाएंगे, और आवश्यक हो तो प्रशासन को सूचित करेंगे। अपने पर्यावरण और बेजुबान जीवों की रक्षा के लिए अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझेंगे।
शहर के की व्यवसाई, मेडिकल स्टोर वाले कागज की थैलियों का उपयोग करने लगे हैं, इसका हम सब अनुकरण करें। आओ, हम सब शहर को पॉलिथिन से मुक्त करें, पॉलिथिन मुक्त सागवाड़ा – यही हमारा संकल्प, यही हमारी सेवा।