नगर परिषद के कर्मचारी शहर में सड़कों पर गिरे पेड़ हटाने में जुटे हैं, जबकि बिजली निगम के कर्मचारी बिजली के पोल को दुरुस्त करने में लगे हैं।
डूंगरपुर / रविवार को दोपहर करीब 2.30 बजे बाद आए अंधड़ ने तबाही मचाई। इस दौरान कुछ समय के लिए तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। करीब 30 मिनट तक 54 किलोमीटर की रफ्तार से चली हवा ने पेड़, बिजली के पोल, टीन शेड और छप्पर उखाड़ दिए। इसके बाद रात करीब 10 बजे एक बार फिर अंधड़ आया, जिसने शहर से लेकर गांव तक में भारी नुकसान पहुंचाया। अंधड़ इतना तेज था कि कई जगह पेड़ गिर गए। कई मकानों की दीवारें गिर गई, कई जगहों पर टीन शेड उड़ गए। इस अंधड़ से सबसे ज्यादा नुकसान बिजली विभाग को पहुंचा है। इलाके में बिजली के पोल और ट्रांसफार्मर गिर गए, जबकि कई जगहों पर बिजली के तार टूट गए। इसके कारण डूंगरपुर शहर समेत कई गांवों में 18 घंटों से भी ज्यादा समय से बिजली सप्लाई बाधित है।
दोपहर में आए अंधड़ ने तबाही मचाई थी। इसके बाद रात को एक बार फिर अंधड़ आया, जिसके कारण कई जगहों पर पेड़ गिर गए।
डूंगरपुर में रविवार को दोपहर ढाई बजे बाद आए अंधड़ और बारिश में एक मजदूर की जान चली गई। पेड़ गिरने से कई जगहों पर रास्ता जाम हो गया। नगर परिषद प्रशासन ने सड़क पर गिरे पेड़ों को हटाकर आवागमन सुचारू किया। दोपहर से बंद हुई लाइटों को चालू करने बिजली निगम जुटा रहा, लेकिन रात साढ़े 9 बजते ही फिर से अंधड़ आ गया। आसमान में बिजली कड़कने लगी। बादलों की तेज गर्जना के साथ तेज हवा चलने लगी। इस वजह से कई जगहों पर भारी नुकसान हुआ है। डूंगरपुर शहर समेत गांवों में तेज हवा के साथ पेड़ उखड़ गए। पेड़ों की डालियां टूटकर सड़क, घरों, गाड़ियों पर गिर गई। बिजली के तार भी उलझकर टूट गए। कई लोगो के घरों पर लगे लोहे और प्लास्टिक के टीन शेड भी उखड़कर हवा में उड़ते हुए दूर तक गिरे। कई मकानों की दीवारों में दरारें आने से भी भारी नुकसान हुआ है।
अंधड़ से सबसे बड़ा नुकसान बिजली निगम को हुआ है। तूफान की वजह से 33 केवी के 6 पोल, 11 केवी के 49 पोल, एलटी लाइन के 36 पोल, थ्री फेस के 11 ट्रांसफार्मर, सिंगल फेज के 3 ट्रांसफार्मर गिर गए। इसके अलावा कई जगहों पर पेड़ गिरने से बिजली के तार टूटे हैं। धंबोला एईएन हर्षद पंचाल ने बताया कि उनके क्षेत्र में ही 40 से ज्यादा पोल, 4 थ्री फेस ट्रांसफार्मर ओर 3 सिंगल फेज ट्रांसफार्मर गिर गए। तूफान के साथ पोल, तार गिरने से डूंगरपुर शहर समेत गांवों में 18 घंटे से बिजली नहीं है। बिजली निगम के कर्मचारी पोल और लाइनों को ठीक करने में लगे हैं। वहीं बिजली नहीं होने का असर पानी की सप्लाई पर भी पड़ा है।