UGC ने कहा कि मान्यता प्राप्त संस्थानो से डिस्टेंस और ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रमो की डिग्री को पारपंरिक शिक्षा डिग्री के समान माना जाएगा।
अब डिस्टेंस या ऑनलाइन डिग्री को पारंपरिक डिग्री के समान तवज्जोह दी जाएगी।
देश मे एक बड़ी संख्या में छात्र किसी कारण रेगुलर डिग्री की जगह डिस्टेंस या ऑनलाइन डिग्री कोर्स में एडमिशन लेते है। खासकर नौकरी करने वाले लोगो के लिए डिस्टेंस या ऑनलाइन डिग्री काफी सुविधाजनक होती है। हालांकि डिस्टेंस या ऑनलाइन डिग्री को पारंपरिक डिग्री के समान महत्व नही मिलता था। लेकिन अब डिस्टेंस या ऑनलाइन डिग्री को पारंपरिक डिग्री के समान तवज्जोह दी जाएगी।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने छात्रो के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। UGC ने कहा कि मान्यता प्राप्त संस्थानो से डिस्टेस और ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रमो की डिग्री को पारपंरिक शिक्षा डिग्री के समान माना जाएगा। यूजीसी सचिव रजनीश जैन ने कहा कि डिग्री विशिष्टता, 2014 पर यूजीसी की अधिसूचना के अनुरूप उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा ओपन और डिस्टेंस या ऑनलाइन माध्यम से ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट स्तर पर दी जाने वाली डिग्री और डिप्लोमा को पारंपरिक शिक्षा माध्यम की डिग्री और डिप्लोमा के बराबर माना जाएगा।
यह फैसला यूजीसी मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम और ऑनलाइन कार्यक्रम नियमन के नियम 22 के अनुसार लिया गया है।