विश्व पर्यावरण दिवस 2023 निबंध, भाषण, कविता, नारे | World Environment Day 2023 theme, slogan, Poem in hindi

विश्व पर्यावरण दिवस 2023 महत्व निबंध विषय, संरक्षण, मेजबान देश, कविता, नारे (World Environment Day theme, slogan, Poem, Host Country in hindi)

World Environment Day : मानव और पर्यावरण एक दूसरे पर पूरी तरह से निर्भर करते है. जैसे अगर हमारी जलवायु मे थोड़ा सा भी बदलाव आता है, तो इसका असर तुरंत हमारे शरीर मे देखने को मिलता है. अगर ठंड ज्यादा पड़ती है, तो हमे सर्दी हो जाती है, अगर गर्मी ज्यादा होती है तो वह भी हम सहन नहीं कर पाते. यह तो हुई सिर्फ एक इंसान की बात.

यदि हम यही चीज पूरी मानव जाती से जोडकर देखे तो नुकसान भी बड़ा होगा. कुछ समय पहले हुई त्रासदी जैसे केदार नाथ मे हुई अथाह वर्षा, आसाम की बाड़, आदि इसके उदाहरण है.

विश्व पर्यावरण दिवस जानकारी, निबंध एवं भाषण

नाम विश्व पर्यावरण दिवस

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शुरुआत सन 1974 में

साल 2023 में थीम Beat Plastic Pollution

उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा करना

विश्व पर्यावरण दिवस 2023 कब मनाया जाता है (World Environment Day 2023 Date)
हर साल 5 जून से 16 जून (5th June TO 16th June) के बीच यह मनाया जाता है. इन दिनों हर जगह पेड़ पोधे लगाये जाते हैं, और पर्यावरण से सम्बंधित बहुत से कार्य किये जाते हैं. जिसमे 5 जून का विशेष महत्त्व होता है.

विश्व पर्यावरण दिवस क्यों मनाया जाता है
पर्यावरण मानव जीवन के लिए उतना ही जरूरी है जितना सांस लेना. क्योकि यदि पर्यावरण ही नहीं होगा तो प्राणी सांस कैसे लेगा. आज हर मनुष्य को अपने स्तर पर पर्यावरण को संतुलित रखने के प्रयास करना चाहिए. क्योकि पर्यावरण प्रदूषण जैसी गंभीर समस्या से मुक्त होना, किसी एक समूह के बस की बात नहीं है. इस समस्या पर काबू किसी नियम या कनून को लागू करके नहीं पाया जा सकता. अगर हर कोई इसके दुषपरिणाम के बारे मे सोचे और अपनी आगे वाली पीढ़ी के बारे मे सोचे तो ही इससे निजात संभव है. इस वजह से पर्वयारण को बढ़ावा देने के लिए और लोगों को प्रेरित करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है.

विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत (History)
विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत सन 1974 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा मंजूरी दिए जाने के बाद से हुई है. हालांकि इस पर चर्चा 1972 में शुरू हो गई थी किन्तु चर्चा होते होते इसकी शुरुआत होने में 2 साल लग गये. और पहला विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1974 को मनाया गया. तब से यह हर साल एक थीम के साथ मनाया जा रहा है. पिछले 6-7 साल से इसे नये तरीके मनाया जा रहा है. जहाँ पर एक देश मेजबानी करता है, और फिर विश्व स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन करते हुए इस दिन का उत्सव मनाया जाता है.

विश्व पर्यावरण दिवस का विषय (World Environment Day Theme)

हर साल के विश्व पर्यावरण दिवस को कुछ न कुछ विषय के साथ मनाया जाता है, और यह विषय विशेष रूप से पर्यावरण की किसी एक चिंता पर ध्यान आकर्षित करने के लिए होता है. साल 2023 में यह विषय ‘Beat Plastic Pollution की बहाली’ है.

विश्व पर्यावरण दिवस को मनाने का तरीका (World Environment Day Events)
चीन की सरकार ने मुख्य कार्यक्रम की मेजबानी करने के लिए झेजियांग प्रान्त के हैंगज्होऊ के साथ ही कई शहरों में विश्व पर्यावरण दिवस समारोह कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है. इन कार्यक्रम के माध्यम से चीन द्वारा लोगों को वायु प्रदूषण के कारण होने वाली मृत्यु दर को कम करने और उन्हें अपनी जान बचाने के लिए प्रेरित किया जायेगा.

हर साल वायु प्रदूषण के चलते लोग शुद्ध हवा नहीं ग्रहण करने की वजह से मर रहे हैं. और इस आंकडें में दिन प्रतिदिन वृद्धि होती जा रही है. ऐसे में हर साल विश्व पर्यावरण दिवस सरकारों, उद्योगों और व्यक्तियों से आग्रह करने के लिए मनाया जाता है कि नई ऊर्जा और ग्रीन टेक्नोलॉजीज का पता लगाते हुए दुनिया भर के शहरों और क्षेत्रों में वायु की गुणवत्ता में सुधार किया जायें. और यही हर साल इस दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य भी होता है.

विश्व पर्यावरण दिवस के कुछ सुविचार, शायरी (World Environment Day Quotes)
पानी H2O है, जिसमें हाइड्रोजन 2 भाग़ और ऑक्सीजन 1 भाग है, लेकिन इसमें एक तीसरी चीज भी है जो इसे पानी बनाती है और कोई भी नहीं जानता कि वह क्या है.

  1. पृथ्वी हमारी माँ हैं, हमारे द्वारा हमारी माँ को नुकसान पहुँचाने के बावजूद भी वह हमें हमेशा के लिए प्यार करेगी.
  2. पर्यावरणीय रूप से अनुकूल कार, जल्द ही एक विकल्प बन जाएगी और साथ ही वह एक आवश्यकता भी बन जाएगी.
  3. स्पेसशिप अर्थ पर कोई यात्री नहीं है, हम सभी चालक दल हैं.
  4. प्रकृति हमारे लिए चित्रकारी कर रही है, जोकि हर दिन बाद अनंत सौन्दर्य की तस्वीरें दिखाती है.
  5. यह प्रदूषण नहीं जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है, यह हमारी हवा और पानी में अशुद्धता है जो इसे कर रही है.
  6. यह हमारा कर्तव्य है कि पर्यावरण की सुंदरता को सुक्षित रखें.
  7. पृथ्वी की एक त्वचा है जिसमे कई बीमारियाँ हैं, इन बिमारियों में से एक को मनुष्य कहा जाता है.
  8. यदि पाषाण युग से सभ्यता बढ़ी है, तो रद्दी कागज के युग से फिर से उभर सकती है.
  9. यह सूर्य नहीं है जो पौधों को मौत के लिए सुखाता है लेकिन वह आदमी है जो धीरे – धीरे पेड़ों को मार देता है.


विश्व पर्यावरण दिवस पर नारे (World Environment Day Slogan)

ग्लोबल वार्मिंग : हमारे पास एक समाधान है, प्रदूषण रोको.

  1. पर्यावरण बचाओ, जिससे आप अपने जीवन और भविष्य को बचा पाएंगे.
  2. मनुष्य की जरुरत के लिए दुनिया में क्षमता है, लेकिन मनुष्य के लालच के लिए नहीं.
  3. आज शुरू करो… कल सुरक्षित होगा. हमारी जलवायु को साफ करो.
  4. प्रदूषण रोकना सबसे अच्छा समाधान है.
  5. पर्यावरण हमारे लिए एक इनाम है, इसे साफ़ और सुरक्षित रखो.
  6. पर्यावरण सब कुछ है, इसे ख़राब मत करो.
  7. हरियाली को अपनाये, लेकिन बुरी आदतों को छोड़ दें.
  8. खुशनुमा मौसम लाने के लिए मिलकर काम करें.
  9. पौधों का नहीं खाने का उपभोग करो : पेड़ और जंगलों को मत काटो.
  10. पर्यावरण को अपना दुश्मन नहीं दोस्त बनाओं.
  11. पृथ्वी हमारा घर है, और पर्यावरण इसकी छत, दोनों को सुरक्षित रखो.
  12. हरियाली के साथ समझौता मत करो, यह पर्यावरण की आत्मा है.
  13. हरियाली एक प्राकृतिक दृश्य है, इसे हमेशा के लिए बनाये रखें.
  14. पर्यावरणीय स्वास्थ्य के खतरों को रोकने के लिए प्रतिदिन विश्व पर्यावरण दिवस मनाएं, और एक पेड़ लगायें.


पर्यावरण की परिभाषा / पर्यावरण क्या है (Environment Definition)
साधारण तौर पर सोचे तो पर्यावरण से तात्पर्य हमारे चारो ओर के वातावरण और उसमे निहित तत्वो और उसमे रहने वाले प्राणियों से है. हम अपने चारो ओर उपस्थित वायु, भूमि, जल, पशु पक्षी, पेड़ पौधे आदि को अपने पर्यावरण मे शामिल करते है.

ध्यान रखने योग्य बात यह है कि पर्यावरण (Environment) से तात्पर्य केवल हमारे आस पास के भौतिक पर्यावरण से नहीं है, बल्कि हमारा सामाजिक (social) और व्यवहारिक (cultural) वातावरण भी इसमे शामिल है. मानव के आस पास उपस्थित सोश्ल, कल्चरल, एकोनोमिकल, बायोलॉजिकल, और फ़िज़िकल आदि सभी तत्व जो मानव को प्रभावित करते है, उसके पर्यावरण मे शामिल होते है.

पर्यावरण प्रदुषण के प्रकार

  1. जल प्रदुषण
  2. थल प्रदुषण
  3. वायु प्रदुषण
  4. ध्वनी प्रदुषण

पर्यावरण प्रदूषण रोकने के उपाय

जनसँख्या नियंत्रण

  1. कारखानों का शहर से दूर होना व चिमनी की ऊंचाई बढ़ाना
  2. दो पहिया वाहनों में अच्छा आयल डालें, जिससे वे काला धुँआ न छोड़े
  3. वृक्षारोपण अधिक करें
  4. कचरा को उसके डब्बे में ही डालें

पर्यावरण प्रदूषण के कारण (Environment Pollution Cause)
देखा जाए तो पर्यावरण प्रदूषण के कई कारण है. हमारे द्वारा की गयी छोटी छोटी बिना सोचे समझे की जाने वाली हरकते पर्यावरण प्रदूषण का कारण हो सकती है. हम यहाँ कुछ मुख्य गतिविधियो पर प्रकाश डाल रहे है.

इंडस्ट्रियल एक्टिविटी :
इंडस्ट्रियल एक्टिविटी मतलब मानव द्वारा निर्मित इंडस्ट्रीज़ (फैक्ट्री) से निकलने वाले अवशेष हमारे पर्यावरण को प्रदूषित करते है. परंतु यह भी संभव नहीं है कि इस विकास की दौड़ मे हम अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए अपने विकास को नजर अंदाज कर दे. पर हम कुछ बातो का ध्यान रखकर अपने पर्यावरण को ज्यादा हानी से बचा सकते है. कारखानो की चिमनिया ऊची लगवाकर हम वायु प्रदूषण से भी बच कर सकते है और भी कई मानक है जो की कारखानो के लिए तय किए गए है, उन्हे फॉलो करके पर्यावरण प्रदूषण को काफी हद तक काबू किया जा सकता है. परंतु अगर कोई भी लापरवाही यदि किसी कारखाने द्वारा की जाती है तो इसके भयावह परिणाम सामने आते है, भोपाल गैस त्रासदी इसका ही उदाहरण है.

वाहनो के धुए से होने वाला प्रदूषण :
आज कल घर मे जितने सदस्य होते है, उससे ज्यादा वाहन घर मे उपस्थित रहते है. घर का छोटा बच्चा भी साइकल के अलावा गाड़ी चलाना पसंद करता है. आज कल के जमाने मे अगर कोई पैदल चलता हुआ सड़क पर दिख जाए तो लोग आश्चर्य की दृष्टि से उसे देखते है. सेहत को सही रखने के डर से मॉर्निंग वॉक पर तो लोग जाते है परंतु अगर उन्ही लोगो को यदि पैदल ऑफिस जाने को कहे, तो वे कभी तैयार नहीं होंगे. ऐसे लोगो को मैं कहना चहुंगी कि अपनी सेहत के साथ साथ पर्यावरण की सेहत का ध्यान रखना भी आपका ही कर्तव्य है. अगर आप पैदल नहीं चल सकते तो कम से कम इस बात का तो ध्यान रखे, कि अपने वाहनो मे क्लीन ईंधन का इस्तेमाल करे ताकि कम धुआ निकले और पर्यावरण कम प्रदूषित हो.

शहरी कारण और आधुनिकरण :
शहरीकरण और आधुनिकरण पर्यावरण प्रदूषण के मुख्य कारण है. मनुष्य का अपनी सुख सुविधाओ की होड मे पर्यावरण को नजर अंदाज करना आम हो गया है. मनुष्य बिना सोचे समझे ही पेड़ो की कटाई कर रहा है. इसका एक उदाहरण मेरे ही शहर मे देखने को मिला, जब यहा उपस्थित अधिकारियों ने शहर को सुंदर बनाने के लिए हरे भरे बगीचे उजाड़ दिये थे और शहर की पहचान बन चुके पेड़ो को बिना सोचे समझे काट दिया. परंतु वे शायद ये भूल जाते है कि हमारा जीवन जीने के लिए आवश्यक वायु इन्ही पेड़ो से मिलती है. छोटे छोटे पेड़ो के साथ साथ बड़े बड़े जंगलो का कटना भी आज कल आम बात है, परंतु जंगलो को काटने वाले भूल जाते ही की जंगलो की कटाई के साथ साथ वे कई जीवो का आवास झीन लेते है.

जनसंख्या घनत्व :
बढती हुई आबादी भी पर्यावरण प्रदूषण का मुख्य कारण है. जिस देश मे जनसंख्या लगातार बढ रही है, वह रहने खाने की की समस्या भी लगातार बढ़ रही है. और अपनी सुख सुविधाओ के लिए मानव पर्यावरण को कोई महत्त्व नहीं देता, परंतु वह यह भूल जाता है कि बिना पर्यावरण के उसकी सुख सुविधाए कुछ समय के लिए ही है.

पर्यावरण संरक्षण उपाय (Paryavaran sanrakshan Upay)
वैसे तो ऐसी कोई तेज़ तकनीक नहीं है, जिससे कि पर्यावरण प्रदूषण पर तुरंत काबू पाया जा सके. परंतु मनुष्य अपने छोटे छोटे प्रयासो से इस समस्या को कम जरूर कर सकता है. यहा हम कुछ बाते बताना चाहेंगे जिनका खयाल रखकर शायद पर्यावरण प्रदूषण पर काबू पाया जा सकता है.

आज तक जो कारखाने स्थापित हो चुके है, उन्हे उठाकर कही और शिफ्ट करना तो संभव नहीं है, परंतु अब सरकार को यह ध्यान रखना जरूरी है कि जो नये कारखाने खुले वो शहर से दूर हो. उनके द्वारा किया गया प्रदूषण शहर की जनता को प्रभावित न करे.

मनुष्य को जितना हो सके अपने द्वारा किए गए प्रदूषण पर काबू पाना चाहिए, जैसे जहा संभव हो वाहनो का उपयोग कम करे पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करके भी इस समस्या को कम करने मे कुछ योगदान किया जा सकता है. हमारे वैज्ञानिको को भी इस हानिकारक धुए पर कैसे काबू पाया जाए, इस दिशा मे विचार करना चाहिए.

जंगलो की कटाई पर कड़ी सजा दी जानी चाहिए तथा नये पेड़ो को लगाए जाने वाले व्यक्ति को रिवार्ड देना चाहिए.

कारखानो के हानिकारक पदार्थ को रिफ्रेश करके उसे किया जा सकता है, तो ईएसए करना चाहिए.

पर्यावरण पर कविता (Environment Poem)

  • पेड़ काटने वाले काट गए
  • क्या सोचा था एक पल को
  • वो किसी ,परिंदे का घर उजाड़ गये
  • क्या सोचा था एक पल को
  • वो धरती की मजबूत पकड़ उखाड़ गये
  • कितने ही एकड़ को, वो बंजर बना गए
  • मौसम का मंजर, एक पल में हिला गये
  • न करो पर्यावरण का निरादर,
  • ये धरती का अपमान हैं
  • हर एक पेड़ पौधा और जिव जंतु,
  • इस धरती का सम्मान हैं
  • अगर करोगे खिलवाड़ संतुलन से,
  • तो भविष्य में सिर्फ गहरा अंधकार हैं

यदि आप जीवित रहना चाहते हैं तो आपको इस दिन को अवश्य मनाना चाहिए. इस दिन कम से कम आपको एक पेड़ या पौधा अवश्य लगाना चाहिए. इससे आप और आपके साथ – साथ अन्य प्राणी भी इस पृथ्वी में जीवित रह सकेंगे.

FAQ

Q : विश्व पर्यावरण दिवस क्या है ?
Ans : पर्यावरण की रक्षा के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए मनाया जाने वाला एक दिन है.

Q : विश्व पर्यावरण दिवस 2023 कब है ?
Ans : 5 जून से 16 जून तक

Q : विश्व पर्यावरण दिवस का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
Ans : पर्यावरण की रक्षा करना.

Q : विश्व पर्यावरण दिवस पर क्या करते हैं ?
Ans : पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लेते हैं और पेड़ पौधे लगते हैं.

Q : विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत कब से हुई ?
Ans : 1974 से.

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