बांसवाड़ा में 5 नर्सिंग स्कूल बिना मान्यता चलते मिले। ये नर्सिंग संस्थान 2 साल से छात्रों से मोटी फीस वसूलकर एएनएम और जीएनएम का प्रमाण पत्र दे रहे थे। संभागीय आयुक्त नीरज के पवन के निर्देश पर जिला प्रशासन की टीम ने कई नर्सिंग स्कूलों पर छापामार कार्रवाई की। दस्तावेज खंगाले तो शिकायत सही पाई गई।
संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने बताया कि हर नर्सिंग स्कूल में 100 से अधिक छात्रों को एएनएम और जीएनएम प्रशिक्षण के लिए प्रवेश दिया और उनसे एक साल के प्रशिक्षण के लिए एक से दो लाख रुपए की फीस वसूली गई।
इससे यह साबित होता है कि इन फर्जी नर्सिंग स्कूल संचालकों ने छात्रों से अब तक करोड़ों रुपए हड़प लिए हैं। छात्रों की अभी तक कोई परीक्षा भी नहीं ली गई है। जिला प्रशासन द्वारा ऐसे फर्जी नर्सिंग स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए संबंधित थानों में मामला दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।
दो साल हो गए बर्बाद
फर्जी नर्सिंग स्कूल में एडमिशन लेने वाले छात्रों के दो साल बर्बाद हो गए। क्योंकि इन नर्सिंग स्कूल की कोई मान्यता नहीं है। इन संस्थाओं के आधार पर उन्हें नौकरी नहीं मिलेगी। अधिकांश छात्र जनजाति जिले के गरीब परिवारों से हैं। अब मामला सामने आने के बाद इन स्कूलों के संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।