सागवाड़ा/ओबरी थाना क्षेत्र के बरबोदनीया गांव के बिजलीया फला में एक नाबालिक बालिका की कुएं में गिरने से मौत हो गई। बालिका घर से बकरियां चराने निकली थी इस दौरान कुंए के आसपास खेल रहे बकरी के बच्चों को बचाने के दौरान उसका पैर फिसलने से संतुलन बिगड़ गया और वह कुएं में जा गिरी, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची व शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही के बाद शव परिजनों को सौप दिया। पुलिस घटना को लेकर जांच कर रही है।
ओबरी थानाधिकारी ने बताया कि भीखा पिता विरजी खांट (उम्र 55 वर्ष) निवासी बिजलीया फला बरबोदनिया ने थाने में एक लिखित रिपोर्ट पेश की, जिसमें उसने बताया कि शनिवार को प्रार्थी व उसकी पत्नि दोनों घर पर आंगन में प्रातः करीब 8-9 बजे साफ सफाई कर बकरियों को घर से चराने के लिए छोडी थी। इस दौरान दम्पत्ति घर पर ही थे वहीं, प्रार्थी की बेटी भावना खांट (उम्र 16 वर्ष) बकरियां लेकर चराने जा रही थी। घर से 100 मीटर की दुरी पर स्थित कुए पर बकरियों के छोटे-छोटे बच्चे कुए के चारों तरफ कुद रहे थे जो कुए में गिर नही जाए इसलिए भावना बकरियों के बच्चो को पकडने की कोशिश कर रही थी।
इस दौरान उसका पांव फिसलने से संतुलन बिगड़ गया जिससे वह कुए में जा गिरी। बेटी को कुंए में गिरते देखकर चिल्लाने पर आसपास पडौस के लोग इक्टठे हो गये तथा लोगों की मदद से कुए से गिरी भावना को कुए से बाहर निकाला और उसको हिला डुला कर देखा तो भावना की मौत हो चुकी थी।
घटना की सूचना ग्रामीणों ने उपसरपंच गोविन्दलाल पुजोत को दी जिन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर सागवाड़ा अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। जहां परिजनों की रिपोर्ट के बाद पोस्टमार्टम की कार्यवाही कर शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।