आसपुर।आसपुर क्षेत्र की दो बड़ी विकास परियोजनाएं पिछले 19 महीनों से अधर में लटकी हुई हैं, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में गहरा असंतोष पनप रहा है। ये दोनों परियोजनाएं 12 जून 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा स्वीकृत की गई थीं, लेकिन वर्तमान सरकार की नई नीतियों के चलते इनमें कोई प्रगति नहीं हो पाई है।
1. सोम नदी पुल और डामर सड़क निर्माण
पहली योजना के तहत फतेहपुरा बस स्टैंड से कराकला तक की सड़क और सोम नदी पर सबमर्सिबल पुलिया निर्माण शामिल है। इस परियोजना की लागत ₹27.74 करोड़ है, लेकिन अभी तक इसकी एनआईटी प्रक्रिया तक पूरी नहीं हो सकी है।
2. देवापुरी धूनी और पहुंच मार्ग का विकास
दूसरी परियोजना टोकवासा ग्राम पंचायत के देवापुरी महाराज मंदिर और वहां तक के पहुंच मार्ग के निर्माण से जुड़ी है। यह धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसकी लागत ₹4.69 करोड़ है और भारती कंस्ट्रक्शन को टेंडर भी मिल चुका है, लेकिन अब तक वर्क ऑर्डर जारी नहीं किया गया है।
सरकारी आदेश बना विकास में बाधा
22 दिसंबर 2023 को राज्य सरकार ने एक आदेश जारी किया, जिसके अनुसार:
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बिना टेंडर वाले कार्यों को स्थगित किया गया,
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टेंडर हो चुके कार्यों के वर्क ऑर्डर पर रोक लगाई गई,
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और जारी वर्क ऑर्डर वाले अधूरे काम भी रोक दिए गए।
इसी आदेश की वजह से दोनों परियोजनाओं पर ताला लग गया है।
ग्रामीणों की मांग और आक्रोश
क्षेत्र के लोगों ने कहा कि ये योजनाएं सामाजिक, भौगोलिक और धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद जरूरी हैं। विकास के अभाव में लोग निराश और नाराज़ हैं। ग्रामीणों ने सरकार से आग्रह किया है कि इन योजनाओं पर जल्द से जल्द काम शुरू करवाया जाए।