Aspur News: डूंगरपुर जिले की आसपुर ग्राम पंचायत में विकास कार्य पूरी तरह से ठप हो गए हैं। अक्टूबर 2023 में स्वायत्त शासन विभाग ने इसे नगरपालिका का दर्जा दिया था, जिससे ग्रामीणों को विकास की नई उम्मीद जगी थी।
लेकिन जनवरी 2024 में सरकार बदलने के बाद यह दर्जा वापस ले लिया गया, जिससे स्थिति उलझन में पड़ गई है। नगरपालिका घोषित होते ही पंचायत के सभी खाते बंद कर दिए गए थे और विकास कार्यों के लिए मिलने वाला अनुदान भी रोक दिया गया था।
अब जबकि आसपुर को फिर से ग्राम पंचायत का दर्जा मिल गया है, तब भी न तो खाते चालू हुए हैं और न ही कोई अनुदान जारी किया गया है। ग्राम विकास अधिकारी संदीप ओला के अनुसार, फिलहाल कुछ छोटे-मोटे कार्य निजी आय से कराए जा रहे हैं।
वहीं, ब्लॉक विकास अधिकारी महेश चौहान ने बताया कि उन्होंने इस विषय में जयपुर के उच्च अधिकारियों से बातचीत की है और जिला परिषद डूंगरपुर को भी पत्र भेजा है। पंचायत समिति ने कई बार जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी को पत्र लिखे हैं।
ग्रामीणों ने रात्रि चौपाल में भी समस्या उठाई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इससे ग्रामीणों में नाराजगी और निराशा का माहौल।