Aspur News : पुलिस से बचने के प्रयास में साइबर ठगी का आरोपी छत से कूद गया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले में अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बदमाश एप के जरिए लड़कियां उपलब्ध कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी करते थे। आसपुर (डूंगरपुर) थाना क्षेत्र के आरोपियों के खिलाफ ऑनलाइन साइबर ठगी का मामला दर्ज हुआ था। घटना शुक्रवार (10 जनवरी) को उमरड़ा (उदयपुर) में हुई।
आसपुर थाना SHO तेज सिंह ने बताया कि आसपुर के चार लोगों के खिलाफ साइबर ठगी की शिकायत दर्ज की गई थी। पुलिस ने संदिग्ध मोबाइल नंबर XXXXXX0958 की लोकेशन ट्रेस कर शुक्रवार (10 जनवरी) को उमरड़ा स्थित शुभ शांति विहार अपार्टमेंट में तलाशी अभियान चलाया।
तलाशी के दौरान फ्लैट नंबर 304 से बड़ौदा (आसपुर) निवासी हरीश पुत्र गौतम और पारड़ा जानी (आसपुर) निवासी अनिल पुत्र अमरजी को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, पिंडावल (साबला) निवासी रमेश पाटीदार (35) पुलिस को देखकर भागने की कोशिश में फ्लैट नंबर 307 से तीसरी मंजिल की छत पर पहुंचा। भागने के प्रयास में वह छत से बालकनी में गिर गया।
गंभीर रूप से घायल रमेश को पहले पेसिफिक हॉस्पिटल और फिर महाराणा भोपाल हॉस्पिटल, उदयपुर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
साइबर ठगी का तरीका:
पुलिस ने बताया कि आरोपी एप पर लड़कियों की फोटो दिखाकर लोगों को ठगते थे। वे लड़कियां उपलब्ध कराने का झांसा देते और इसके बदले में पैसे ऐंठते थे। इस तरह की ठगी में पीड़ित अक्सर इज्जत के डर से शिकायत दर्ज नहीं कराते, जिसका आरोपी फायदा उठाते थे।
मामले में आक्रोश:
रमेश की मौत के बाद पाटीदार समाज में आक्रोश फैल गया। स्थिति को संभालने के लिए आसपुर थाने पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस लाइन से 20 जवान और साबला व निठाऊवा थाने से अतिरिक्त बल बुलाया गया है।
परिवार की स्थिति:
रमेश के पिता का बचपन में ही निधन हो गया था। उसकी मां लकवे से पीड़ित है। परिवार में 13 वर्षीय बेटा और 10 साल की बेटी करिश्मा है। रमेश का बड़ा भाई भी है, जो अपंग और मंदबुद्धि है।
पुलिस ने ऑपरेशन प्रतिबिंब के तहत साइबर ठगों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है और मामले की जांच जारी है।