Aspur News : सावन की शुरुआत होते ही आसपुर क्षेत्र के शिवालयों में भगवान शिव के जयकारे गूंजने लगे हैं। सावन के पहले सोमवार से ही श्रद्धालु भगवान शिव की आराधना में जुट गए हैं। शिवमंदिरों में पूजन, अर्चना और अभिषेक का सिलसिला शुरू हो गया है।
सावन में शिव-पार्वती की विशेष आराधना
पंडित आशाराम पंड्या, केशवलाल भट्ट और देवशंकर ने बताया कि सावन माह में शिव-पार्वती की आराधना का विशेष महत्व है। इस दौरान भक्त शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाकर तथा जलाभिषेक, रूद्राभिषेक, पंचामृत आदि से अभिषेक कर पूजन-अर्चना करते हैं। एक पौराणिक कथा के अनुसार, सावन का माह भगवान शिव को अतिप्रिय है।
श्रद्धालुओं की आस्था और उपवास
सावन में महिलाएं और पुरुष शिवभक्त अपनी आस्था एवं विश्वास के साथ कामना को लेकर पूरे माह या सावन के सोमवार का उपवास रखते हैं। कई शिवभक्त पवित्र कुंड और नदियों का जल कावड़ में लेकर जलाभिषेक के लिए मंदिर पहुंचते हैं।
आसपुर के प्रमुख शिवालय
आसपुर के ईश्वर महादेव मंदिर, माल के खंडेश्वर महादेव मंदिर, देवसोनाथ महादेव मंदिर सहित कई शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। शिवालयों में भक्ति और श्रद्धा का माहौल बना हुआ है, और भक्तजन भगवान शिव की आराधना में लीन हैं।