वरदा थानांतर्गत वरदा गांव में गुरुवार को दिनदहाड़े घर में घुसकर एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी पर जानलेवा हमला हुआ है। बदमाशों ने घर में जमकर तोड़फोड़ की। वहीं, घटना के बाद गांव के लोग इकट्ठे हो गए और आक्रोश जताया। पुलिस ने समझाइश करते हुए मामला शांत करवाया।
थानाधिकारी लालसिंह निनामा ने बताया कि गुरुवार को वरदा गांव की महिला ने थाने के पेश होकर रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में बताया कि गुरुवार को उसके आंगन के गेट पर उसकी भतीजी खड़ी थी। उस दौरान वह अपने घर के अंदर थी कि एक बोलेरो गाड़ी में 4 व्यक्ति आए। अचानक उस गाड़ी से गेट को टक्कर मारी, जिससे उसकी भतीजी नीचे गिर गई। इसके बाद उस गाड़ी से चारों व्यक्ति नीचे उतरे और घर के अंदर गुस आए। घर के अन्दर आते ही अचानक उस पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले में उन्होंने उसके कपड़े तक फाड़ दिए।
हमलावर उसका गला दबाने लगे तब उसके द्वारा चिल्लाने पर आसपास के लोग जमा हो गए और उसकी जान बचाई। बीच बचाव करने आई महिलाओं के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट करने की कोशिश की। साथ ही पूरे घर के अंदर तोड़फोड़ कर सामान बिखेर दिया। वह कुछ समझ पाती, संभल पाती इससे पहले ही हमलावरों ने उसे घेर लिया। थानाधिकारी ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।
जान से मारने की दी धमकी बोलेरो से आए 4 व्यक्तियों में सुनील पुत्र मोहन, नोकना निवासी योगेश पुत्र कांतिलाल खराड़ी, उमेश पुत्र कांतिलाल खराड़ी और चौथे अज्ञात के रूप में महिला ने थाने में उनकी पहचान बताईं। बीच बचाव करने के लिए पास से दुकानदार जगदीश पुत्र गौतमलाल खटीक आ गया तो उक्त चारों व्यक्ति घटना करने के बाद जान से मारने की धमकी देते हुए मोके से भाग गए।
पुलिस प्रशासन के खिलाफ हुई नारेबाजी घटना के बाद ग्रामीणों ने मौके पर आकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद सूचना पर सागवाड़ा डिप्टी विक्रम सिंह व सागवाड़ा थानाधिकारी मोके पर पहुंच कर लोगों से समजाईश करते हुए पीड़ित परिवार से जानकारी जुटा कर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
इसके बाद ग्रामीणों ने पिछले दो महीनों में इस प्रकार की पांच घटनाओं का जिक्र करते हुए वरदा थानाधिकारी द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने का घेराव किया। साथ ही थानाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए थानाधिकारी को हटाने की मांग की। साथ ही सागवाड़ा वृताधिकारी को सेकड़ों ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा।