Banswara : 16 साल की लड़की को दरिंदे घर से उठा ले गए। उसे 2 महीने से ज्यादा वक्त तक बंधक बनाकर रखा। उसके साथ गैंगरेप करते रहे। उसकी हालत बिगड़ी तो पिता के घर छोड़कर फरार हो गए। लड़की 4 दिन तक हॉस्पिटल में मौत से लड़ी और दम तोड़ दिया। मामला बांसवाड़ा जिले के पाटन थाना इलाके का है।
पाटन थानाधिकारी रामस्वरूप ने बताया- लड़की की मौत 27 मई की सुबह 9 बजे हो गई थी। परिवार वालों को बुलाया। पुलिस पीड़िता के गांव भी गई। परिवार रिपोर्ट देने के लिए तैयार नहीं हुआ। पीड़िता के पिता की ओर से मंगलवार सुबह 9 बजे रिपोर्ट दी गई। शाम 5.30 बजे जिला हॉस्पिटल में लड़की का पोस्टमॉर्टम कराया गया। मंगलवार रात 8.30 बजे अंतिम संस्कार किया गया।
पिता की ओर से दर्ज रिपोर्ट में बताया गया है- पाटन थाना क्षेत्र में कुशलगढ़ कस्बे के ठुम्मठ गांव का रहने वाला राहुल कटारा और उसके 4 साथी 2 महीने पहले नाबालिग बेटी को घर से किडनैप कर अपने साथ ले गए। उसे बंधक बनाकर रखा। उसके साथ गैंगरेप किया। हालत बिगड़ी तो 23 मई की सुबह 5 बजे बाइक पर लाए और घर के आंगन में छोड़कर फरार हो गए।
पिता ने बताया- बाइक पर राहुल कटारा और उसका साथी नर सिंह थे। पीछा किया तो धक्का देकर भाग गए। गंभीर हालत में बेटी को कुशलगढ़ सीएचसी लेकर पहुंचे। वहां से 26 मई को उसे बांसवाड़ा के एमजी हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया था।
पाटन पुलिस ने इस मामले में राहुल समेत 4 आरोपियों पर किडनैप, गैंगरेप और मर्डर का केस दर्ज किया है। मामले की जांच कुशलगढ़ डीएसपी शिवन्या सिंह को सौंपी गई है। पोस्टमॉर्टम मेडिकल बोर्ड गठित कर 3 सदस्यीय टीम से कराया।
डीएसपी शिवन्या सिंह ने बताया- बेटी की गुमशुदगी को लेकर परिजनों ने कोई रिपोर्ट थाने में नहीं दी थी। आरोपी लड़की को अहमदाबाद (गुजरात) ले गए थे। लड़की के शरीर पर चोटों के निशान नहीं मिले। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असल वजह सामने आएगी। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एमजी अस्पताल की एमडी (फिजिशियन) डॉ. दीप कटारा ने बताया- लड़की को मिर्गी के दौरे आने की बीमारी और बुखार की हालत में परिजन अस्पताल लेकर आए थे। दो दिन यहां भर्ती रहने के दौरान उसका इलाज किया गया था। इससे पहले उसे कुशलगढ़ सीएचसी ले जाया गया था। वहां से रेफर होकर यहां लाया गया था।