बांसवाड़ा/गढ़ी विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक कैलाश मीणा ने शनिवार को पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नाराजगी जताई। थाने के बाहर धरना देते हुए वे खुद डिप्टी एसपी सुदर्शन पालीवाल के सामने हाथ जोड़ते हुए उनके पैर छूते नजर आए, ताकि वे जनता के मामलों में निष्पक्ष कार्रवाई करें।
पुलिस पर दलालों से मिलीभगत के आरोप
विधायक मीणा का कहना है कि गढ़ी थाना क्षेत्र में पुलिस आम जनता की नहीं, बल्कि दलालों और माफियाओं की सुनती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीआई (थानाधिकारी) खनन और भूमि माफियाओं से पैसे लेकर काम कर रहा है, जिससे आदिवासी और गरीब वर्ग पीड़ित हो रहा है।
थाने के बाहर दिया धरना
धरने के दौरान विधायक ने कहा कि थाने में भूमाफिया और एजेंटों को बैठाया जाता है, लेकिन पीड़ितों की सुनवाई नहीं होती। उन्होंने दो मामलों का हवाला दिया जिसमें थाने में रिपोर्ट देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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परतापुर कस्बे की ज़मीन विवाद की शिकायत – पीड़ित के कहने पर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
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मोर गांव का भूमि विवाद – वर्षों पुराना मामला अभी भी लंबित है।
पुराने मामलों में भी कार्रवाई नहीं
कैलाश मीणा ने बताया कि 2022 में एक वृद्धा की मृत्यु के बाद उसकी ज़मीन किसी दलाल के जरिए किसी अन्य को बेच दी गई, जबकि महिला की मृत्यु दो साल पहले हो चुकी थी। इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, बल्कि पीड़ित को ही थाने में बैठा दिया गया।
युवती और युवक की संदिग्ध मौत पर भी कार्रवाई नहीं
हाल ही में गढ़ी के पूर्व मंडल अध्यक्ष के पोते और एक युवती का शव गेमन पुल के पास पेड़ से लटका मिला। परिजनों ने आत्महत्या के लिए उकसाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
डिप्टी एसपी ने दिए कार्रवाई के संकेत
धरने की सूचना मिलने पर डिप्टी एसपी सुदर्शन पालीवाल मौके पर पहुंचे और विधायक से चर्चा कर आश्वासन दिया कि मामलों की जांच निष्पक्ष रूप से होगी। उन्होंने मांगी गई जानकारी भी तत्काल उपलब्ध कराई।