डूंगरपुर। जिला मुख्यालय पर उपकोष कार्यालय में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर को पेंशन राशि के एरियर का भुगतान करने की एवज में 20 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार किया। एसीबी टीम के अचानक जिला कलेक्ट्रेट में पहुंचकर कार्रवाई करने के कारण हडकंप मच गया। मौके पर भारी संख्या में कर्मचारी, कोर्ट स्टॉफ और शहरवासी की भीड जुट गई। उदयपुर एसीबी ने पूरे प्रकरण में पूछताछ कर रही है।
डूंगरपुर जिला मुख्यालय पर उपकोष कार्यालय में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर गोविंद घाटिया में पेंशन राशि के एरियर के भुगतान करने की एवज में 20 हजार की रिश्वत लेते हुए उदयपुर एसीबी की टीम ने पकडा। एसीबी के पर्यवेक्षक नरपतसिंह के नेतृत्व में कार्यवाही हुई। जिसमें बताया कि 29 अगस्त को प्रार्थी जो उदयपुर वन विभाग में चतुर्थश्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत है। उसके पिता का निधन 2017—2018 में हुआ था।
उसके वर्ष 2022 में एरियर के 2.59 लाख रुपए बकाया बन रहे थे। इस एरियर राशि के लिए अभियुक्त गोविंद घाटिया ने 90 हजार की रिश्वत मांगी थी। इसके बाद एरियर का भुगतान ऑनलाइन साफटवेयर से सीधे खाते में हो गया लेकिन कंप्यूटर ऑपरेटर ने उसकी मां की पेंशन राशि को रुकवा दिया। उसने लगातार रिश्वत की मांग करता रहा।
जिस पर परिवादी ने उदयपुर एसीबी से संपर्क किया। आरोपी गोविंद घाटिया से रिश्वत मांगने का सत्यापन किया गया। आरोपी को उसके कार्यालय से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो गिरफतार किया। एसीबी ने आरोपी के घर की भी तलाशी ली।