बांसवाड़ा-डूंगरपुर/किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में विदेशी छात्रों पर हमले की खबरों ने वहां अध्ययनरत बांसवाड़ा-डूंगरपुर के विद्यार्थियों को लेकर चिंता बढ़ा दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय लोगों ने विदेशी छात्रों पर हमले किए। जिनमें खासतौर पर पाकिस्तानी छात्र निशाने पर रहे।
हमले में भारतीय छात्रों के भी घायल होने की खबरें हैं। वहां पढ़ रहे विद्यार्थियों ने वीडियो बनाकर भेजे और भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। हालांकि वागड़ (बांसवाड़ा-डूंगरपुर) के विद्यार्थियों को लेकर अभी कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। इसी बीच डूंगरपुर निवासी की एक छात्रा ने भी सोशल साइट के जरिए विश्व मानवाधिकारी संघ की राष्ट्रीय प्रभारी प्रगति उपाध्याय से मदद की गुहार लगाई। छात्रा सोशल साइट के जरिए वहां की स्थिति बताते हुए लिखा कि वहां असुरक्षित हालात हैं।
किसी भी तरह स्टूडेंट्स को वहां से बाहर निकालने के लिए मदद मांगी। समाजसेवी प्रगति उपाध्याय ने बताया कि वागड़ से 1000 से 1500 हजार बच्चे किर्गिस्तान में मेडिकल और अन्य पढ़ाई कर रहे हैं। वहां के हालात चिंताजनक हैं। मेडिकल स्टूडेंट्स लगातार संपर्क कर रह हैं और इसे लेकर हमने विदेश मंत्रालय से भी मदद पहुंचाने के लिए आग्रह किया है।
बांसवाड़ा खांदू कॉलोनी के एक छात्र भी किर्गिस्तान में चौथे सेमेस्टर में अध्ययनरत है। उसके पिता ने बताया कि बेटे का हॉस्टल रिहायशी इलाके में है। सामने ही चायनीज और यूएस एम्बेसी है।
डूंगरपुर निवासी एक छात्रा एमबीबीएस थर्ड ईयर में है। स्टूडेंट के पिता ने बताया कि बेटी पहले चार पार्टनर के साथ किराए पर रहती थी लेकिन हिंसा भड़कने पर सुरक्षा की दृष्टि से मैनेजमेंट ने कल रात को ही हॉस्टल में शिफ्ट कर दिया।