सागवाड़ा नगर पालिका कार्यालय के नए भवन के निर्माण कार्य की निविदा को निरस्त करने की मांग को लेकर भाजपा पार्षदों ने एसडीएम और कार्यवाहक ईओ को ज्ञापन सौंपा।
नगर पालिका प्रतिपक्ष नेता हरिश्चंद्र सोमपुरा ने बताया कि नगर पालिका की ओर से नवीन कार्यालय भवन के निर्माण कार्य को लेकर निविदा आमंत्रित की गई है, लेकिन कार्यालय भवन को पुराने स्थान पटवार घर के पास से अन्यत्र ले जाने को लेकर विरोध चल रहा है। ज्ञापन में बताया कि नगर पालिका सागवाड़ा का भवन नया बाजार सागवाड़ा में जहां स्थित था उसे मलबे के ढेर में तब्दील कर दिया गया है। पुराने परिसर के साथ पटवार घर का भवन भी मिल गया है। ऐसे में अब नगरपालिका कार्यालय भवन के लिए भूमि पर्याप्त हो गई है। यह स्थान सागवाड़ा नगर के मध्य में है। नगर पालिका का अस्थाई कार्यालय व पटवार घर अन्यत्र ले जाने से आम लोगों को भारी तकलीफ होगी। नगर पालिका के पुराने भवन के स्थान पर प्रस्तावित व्यावसायिक मॉल को जानता नहीं चाहती है।
प्रतिपक्ष नेता सोमपुरा ने बताया कि पालिका अध्यक्ष पर हठ धर्मिता का आरोप लगाते हुए बताया कि पुराने स्थान पर विरासत के भवन को ध्वस्त कर कूड़े के ढेर में बदल दिया गया। यह भवन नियम के विरुद्ध ध्वस्त कर दिया गया है। राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर में वर्ष 2022 में जनहित याचिका दायर हुई व 25 मई 2022 को उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है।
न्यायालय में जवाब पेश करने व रोक हटने के बाद ही पालिका भवन बनाने के बारे में निर्णय लिया जा सकता है। वर्तमान सरकार के निर्देशों पर पूरे प्रकरण की जांच चल रही है। ज्ञापन में मांग है कि सरकार व कोर्ट के फैसले के बाद ही पालिका के नए भवन को लेकर आगे की कार्रवाई करें व निविदा पर रोक लगाई जाए। इस अवसर पर पार्षद अनिल सुथार, कुतबुद्दीन कोठी, विमल प्रकाश कलासुआ, रेखा कटारा, मनोज कंसारा, संजय जैन, माया गोगरोत, मीना सेवक, मंगलेश वाड़ेल, करण हरिजन, विशाल यादव आदि पार्षद और नागरिक मौजूद थे।