सागवाड़ा। विधायक शंकरलाल डेचा ने जनजाति कल्याण समिति के अध्यक्ष को पत्र देकर मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित कराने प्रस्ताव पारित कर राज्यपाल एवं राष्ट्रपति को भिजवाने का आग्रह किया।
विधायक डेचा बताया कि मानगढ़ धाम राजस्थान और गुजरात की सीमा पर अरावली पर्वत की मानगढ़ पहाड़ी पर स्थित आदिवासियों का प्रमुख धार्मिक स्थल है। सन् 1913 मे मानगढ़ पहाड़ी पर गोविन्द गुरु महाराज के नेतृत्व मे स्वतंत्रता संग्राम में एकत्रित हुए।
आदिवासियों ने ब्रिटीश हुकूमत की ओर से अंधाधुंध गोलियों चलाने से 1500 से भी अधिक भील आदिवासियों की शहादत हुई। जिसे इसे राजस्थान का जलियांवाला बाग कहा गया। मानगढ धाम को स्वतंत्रता संग्राम में भीलों के बलिदान का प्रतीक एवं आदिवासी संस्कृति के रूप में माना जाता है।
वर्तमान में यह स्थल एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है जहां हर साल लाखों की संख्या में लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने जाते हैं। क्षेत्र की प्रमुख मांग में मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए। डेचा ने जनजाति कल्याण समिति की बैठक में मानगढ़ धाम पर राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के प्रस्ताव को पारित कर राज्यपाल एवं राष्ट्रपति को भिजवाने की अनुशंषा की है।
nice