जिला अस्पताल में इंदिरा रसोई में शुक्रवार सुबह अचानक आग लग गई। खाना बनाते समय गैस लीक होने से आग ने विकराल रूप ले लिया। अस्पताल कर्मचारियों और फायर बिग्रेड कर्मचारियों ने हिम्मत दिखाकर गैस सिलेंडर को बाहर निकाला और बड़ा हादसा होने से टल गया। आग की वजह से रसोई घर में खाने पीने का सामान जलकर खाक हो गया।
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Dungarpur News : जिला अस्पताल में एमसीएच सेंटर के ठीक सामने ही इंदिरा रसोईघर बना हुआ है। रसोइया रूपसी पुत्र दिता ननोमा शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे खाना बनाने के लिए चावल रख रहा था। इसके लिए गैस चालू करते ही आग लग गई। आग की ऊंची लपटें उठने लगी और 8 फीट ऊंची छत को छूने लगी। प्लास्टिक शेड ने आग को पकड़ लिया फिर आग भभकने लगी। इससे घबराया रसोइया बाहर निकलकर भागा और अस्पताल स्टाफ को सूचना दी।
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वहीं आग और धुंआ देखकर लोग इकट्ठे हो गए। सूचना पर नगर परिषद में फायर ब्रिगेड कर्मचारी प्रवीण प्रजापत, कांतिलाल बलात, प्रशांत पंड्या, अमन जमादार, अस्पताल कर्मी विजय रसोई घर में घुसे। रसोईघर से गैस सिलेंडर को बाहर निकाला। वहीं तीन खाली सिलेंडर को भी निकाला। इसके बाद करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
सिलेंडर में ब्लास्ट नहीं होने से बड़ा हादसा होने से टल गया। वहीं आग की वजह से रसोई घर में लगा कंप्यूटर, फ्रिज, रसोई के खाने पीने की चीजें, बर्तन जलकर खाक हो गए। घटना की सूचना मिलते ही अस्पताल अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर, नगर परिषद सभापति अमृत कलासुआ भी मौके पर पहुंचे और पूरी जानकारी ली।
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