डूंगरपुर शहर के नया महादेव मंदिर परिसर में रविवार को ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन हुआ, जहां भगवान परशुरामजी की मूर्ति की प्रतिष्ठा वैदिक विधि-विधान से की गई। यह डूंगरपुर जिले में भगवान परशुराम का पहला मंदिर है, जिसे विप्र फाउंडेशन की ओर से केवल 7 महीने में तैयार किया गया।
सुबह शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक और पूजन शुरू हुआ। मंदिर में भक्ति और जयकारों का वातावरण बना रहा। पूजा के बाद अतिथियों का पारंपरिक स्वागत उपरणा ओढ़ाकर किया गया, जिसमें विप्र फाउंडेशन जिलाध्यक्ष ललित उपाध्याय और सचिव प्रशांत चौबीसा प्रमुख रूप से शामिल रहे।
इसके पश्चात 1600 महिलाओं के साथ एक भव्य मंगल कलश यात्रा निकाली गई। महिलाएं पीले और लाल रंग की साड़ियाँ पहनकर भगवान परशुराम के जयकारे लगाते हुए नया महादेव मंदिर से कलेक्ट्री रोड, न्यू कॉलोनी, पोस्ट ऑफिस और माताजी मंदिर होते हुए वापस मंदिर पहुंचीं। पवित्र जल से कलशों को भरा गया और पुनः स्थापना की गई।
मंदिर पहुंचने पर विधिवत मूर्ति प्रतिष्ठा की गई और मंदिर शिखर पर कलश और ध्वज दंड की स्थापना की गई। श्रद्धालुओं ने यज्ञ में आहुतियां दीं और आयोजन के अंत में विशाल महाप्रसाद का लाभ लिया।
यह आयोजन पूरे शहर के लिए आस्था और संस्कृति का संगम बन गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु और गणमान्य अतिथि शामिल हुए।