वरदा थाना क्षेत्र के डोजा गांव में 4 साल के एक बच्चे की बीमारी से मौत हो गई। बच्चे की मौत के 60 घंटे से ज्यादा का समय हो चुका है। शव डूंगरपुर अस्पताल के मॉर्चुरी में पड़ा है, लेकिन माता और पिता में अनबन के चलते दोनों ही शव लेने को तैयार नहीं हैं। पुलिस दोनों ही पक्ष से समझाइश के प्रयास कर रही है।
वरदा थानाधिकारी रघुवीर सिंह ने बताया कि डोजा गांव में बच्चे की मौत की घटना हुई। मसानिया भागेला फला निवासी कांतिलाल डोडियार मीणा का 4 साल का बेटा मौलिक डोडियार अपने मामा जुमकलाल के घर रहता था। साल भर पहले माता-पिता में अनबन के बाद से मौलिक अपनी मां के साथ ही अपने मामा के घर था। 25 अप्रैल की रात के समय 4 साल के मौलिक की तबीयत खराब हो गई।
इस पर उसे अस्पताल लेकर गए। जहां से तबीयत ज्यादा खराब होने पर डूंगरपुर अस्पताल लेकर आए। डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर आंतरी चौकी से हेड कॉन्स्टेबल संतोष कुमार मौके पर पहुंचे। शव को मॉर्चुरी में रखवाया। शव 60 घंटे से मॉर्चुरी में रखा है, लेकिन माता और पिता ने अनबन के चलते दोनों ही पक्ष बेटे का शव लेने तक नहीं आए।
वहीं बेटे की मौत के बाद मां और पीहर पक्ष के लोग वोट डालने भी गए थे। शनिवार शाम तक पुलिस की समझाइश के बाद परिजन नहीं माने और शव लेने के लिए माता और पिता में से कोई नहीं आया है। फिलहाल पुलिस घटना को लेकर जांच कर रही है।