माइग्रेन सिर दर्द का रोग है जो सिर के आधे हिस्से में होता इसलिए इस बीमारी को आधा सीसी के दर्द से भी जानते है। माइग्रेन का दर्द कोई आम headache नहीं, ये दर्द सिर के किसी भी एक भाग में बहुत तेज होता है जो इतना पीड़ा देने वाला होता है की मरीज ना तो चैन से सो पता है और न ही आराम से बैठ पता है। Head pain होने के बाद जब उल्टी भी आने लगे तब ये और भी भयानक बन जाता है। कुछ घंटो से कुछ दिनों तक माइग्रेन का दर्द रह सकता है। इस रोग में सिर के नीचे वाली धमनी बड़ी होने लगती है और सिर दर्द वाले भाग में सूजन भी आ जाती है। आधा सीसी के दर्द के उपचार में कभी लापरवाही नहीं करनी चाहिए क्योंकि ये रोग लकवा और ब्रेन हैमरेज जैसी बीमारियों की वजह भी बन सकता है।
माइग्रेन दर्द के कारण : Migraine Causes
सही तरीके से अभी तक माइग्रेन के कारणों का पता नहीं लगा है पर सिर में दर्द के दौरों को पहचान कर इस समस्या का आना कम कर सकते है।
हाई ब्लड प्रेशर
जादा तनाव लेना
नींद पूरी ना होना
दर्द निवारक दवाओं के अधिक सेवन से।
मौसम में बदलाव से भी कई बार माइग्रेन हो जाता है।
माइग्रेन के लक्षण : Migraine Symptoms
आँखो में दर्द होना या धुंधला दिखाई देना।
पूरे सिर या फिर आधे सिर में काफी तेज दर्द होना।
तेज आवाज़ और अधिक रोशनी से घबराहट महसूस होना।
उल्टी आना, जी मचलना और किसी भी काम में मन ना लगना।
भूख कम लगना, पसीना अधिक आना और कमज़ोरी महसूस करना।
आधा सिर दर्द होने के साथ अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो आप डॉक्टर से जाँच ज़रूर करवाये।
माइग्रेन का इलाज के घरेलू नुस्खे और उपाय:—-
Home Remedies for Migraine in Hindi
सिर दर्द जब इतना तेज हो जाए की किसी मेडिसिन से भी आराम न मिले, ऐसे में घरेलू नुस्खे प्रयोग करके माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है।
1. हर रोज दिन में 2 बार गाय के देसी घी की दो – दो बूँदें नाक में डालें। इससे माइग्रेन में आराम मिलता है।
2. तेल को हल्का गर्म कर ले और माइग्रेन का दर्द सिर के जिस हिस्से में हो वहां पर हल्के हाथों से मालिश करवाये। हेड मसाज के साथ साथ कंधो, गर्दन, पैरों और हाथों की भी मालिश करे।
3. सूभ खाली पेट सेब खाये। माइग्रेन से छुटकारा पाने में 4ये उपाय काफी असरदार है।
4. माइग्रेन अटैक आने पर मरीज को बेड पर लेट दे और उसके सिर को बेड के नीचे की और लटका दे। सिर के जिस भाग में दर्द है अब उस तरफ की नाक में कुछ बूंदे सरसों के तेल की डाले और रोगी को ज़ोर से सांसों को उपर की और खींचने को कहें। इस घरेलू उपाय को करने पर कुछ ही देर में सिर दर्द कम होने लगेगा।
5. घी और कपूर का इस्तेमाल करे। थोड़ा सा कपूर गाय के देसी घी में मिलाकर सिर पर हल्की हल्की मालिश करने पर head pain से relief मिलता है।
6. माइग्रेन के इलाज में कुछ लोगों को ठंडी चीज़ से आराम मिलता है और कुछ को गरम से। अगर आपको गरम से आराम मिलता है है तो गरम पानी प्रयोग करे और ठंडे से आराम मिलता है ठंडे पानी में तोलिये को भिगो कर कुछ देर दर्द वाले भाग पर रखे। कुछ देर में ही माइग्रेन से राहत मिलने लगेगी।
7. नींबू के छिलके पीस कर पैस्ट बना ले और इसे माथे पर लगाए। इस उपाय से भी आधा सीसी सिर दर्द 50 समस्या से जल्दी निजात मिलती है।
8. बंदगोभी की पत्तियां पीसकर उसका पैस्ट माथे पर लगाने से भी आराम मिलता है।
9. माइग्रेन की बीमारी में पानी जादा पिए। आप चाय का सेवन भी कर सकते है।
10. जब भी माइग्रेन हो आप किसी खाली रूम में बेड पर लेट जाए और सोने का प्रयास करे।
आधा सीसी सिर दर्द का उपचार : —
माइग्रेन के ट्रीटमेंट में पालक और गाजर का जूस पीना काफ़ी फायदेमंद होता है। 1 गिलास गाजर के जूस में 1 गिलास पालक का जूस मिलाये और पिये।
अधिक तनाव लेने से माइग्रेन दर्द का अटैक पड़ सकता है इसलिए कभी भी जादा टेंशन ना ले। हर रोज प्राणायाम और योगा से खुद को तनाव मुक्त करने का प्रयास करे।
जाने तनाव कम करने के उपाय
माइग्रेन का इलाज के बाबा रामदेव योगा टिप्स
रोजाना योगा और एक्सरसाइज करके माइग्रेन से बच सकते है। जिसे आधा सीसी दर्द की परेशानी रहती है वे baba ramdev के बताये हुए योगासान कर के दर्द से छुटकारा पा सकते है। निचे लिखे हुए योगा आसनों को सही तरीके से करने पर आधे सिर दर्द का इलाज में मदद मिलती है।
अनुलोम विलोम प्राणायाम
अधो मुखा सवनआसना
जानु सिरसासन
शिशुआसन
सेतु बंधा
माइग्रेन के उपाय और बचने के टिप्स
माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को कभी भी इसका अटैक पड़ सकता है इसलिए ज़रूरी है की माइग्रेन से बचने के लिए उपाय किये जाये।
तेज धूप होने पर में बाहर निकलने से बचे।
किसी भी तरह के सिर दर्द को हल्के में ना ले।
तेज गंध वाले सेंट और इत्र लगाने से परहेज करे।
जहाँ रोशनी कम हो उस जगह कोई भी बारीक काम ना करे।
ज़रूरत से अधिक सोना या कम नींद लेने पर भी माइग्रेन बढ़ सकता है।
कभी भी भूखे ना रहे। माइग्रेन के मरीज को अधिक समय तक खाली पेट नहीं रहना चाहिए।
हर रोज 12 – 15 गिलास पानी पिए। रात को तांबे के बर्तन में पानी रखे और सुबह इसे खाली पेट पिए।
टीवी देखना हो या कंप्यूटर चलना हो जादा पास ना बैठे और मोबाइल पर अधिक समय तक काम ना करे।