सागवाड़ा/ वागड़ की होली के अनोखे रंग देखने को मिलते हैं। इसमें से एक है कंडो की राड। जिसमें लोग एक दूसरे पर रंग और गुलाल की जगह कंडे फेंककर मारते हैं।शुक्रवार को शहर के नेहरू पार्क के पास कंडो की राड खेली गई जिसमें हजारों लोग शामिल हुए।
वडियो का डूंगरा मोहल्ला की ओर से आयोजित कंडों की राड में 50 से ज्यादा युवा दो गुटों में बंट गए। दोनों तरफ गोबर के कंडो को सजा कर रख दिया गया। करीब 3 क्विंटल से ज्यादा कंडो को रखा गया था। ढोल कुंडी की थाप पर लोग खूब नाचे और फिर देखते ही देखते होली का ये खेल कंडो की राड में बदल गया।
दोनों गुटों में बंटे युवा एक दूसरे पर कंडे मारने लगे। सड़क पर कंडो के ढेर लग गए। ये कंडे आमने-सामने दोनो गुटो के लोगों के साथ ही राड देखने पहुंचे लोगो को भी लगे। कंडे लगने से कई लोग दर्द से कराहने भी लगे। लेकिन कंडो की राड देखने के लिए लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। कंडो की राड़ करीब डेढ़ घंटे तक चलती रहीं। इसे देखने सागवाड़ा समेत आसपास के कई गांवों के लोग पहुंचे।