– भीखा भाई माही केनाल का मामला, शासन प्रशासन नहर की साफ़ सफ़ाई में जुटा, 19 किमी. तक पानी छोड़ा, कल या परसो सागवाडा के लिये पानी छोड़ा जा सकता है
चंद्रेश व्यास. सागवाडा। क्षेत्र में पानी की क़िल्लत को देखते हुए हैं माही का पानी भीखाभाई केनाल के माध्यम से सागवाडा तक लाने की तैयारियों को तहत पानी 19 किमी देवला कला तक छोड़ दिया गया। यदि आज नहर की सफ़ाई का अभियान पूरा हो जाता है तो पानी कल या परसों तक सागवाडा के लिये छोड़ जा सकता है। पानी बोरेश्वर – निठाउवा से छोडा गया है जो देवला कला, साबला, कतिसोर, सरोदा और आरा से सागवाड़ा क्षेत्र में आना है। हालाँकि बड़ी बात यह है कि 70 किलोमीटर का जटिल सफ़र तय करते हुए पानी सागवाडा तक पहुँच पाएगा या नही?
बाँसवाड़ा माही डेम से पानी डूंगरपुर जिले के बोरेश्वर निठाउवा तक आता है। यहां से इस नहर की लंबाई डूंगरपुर जिले में 120 किमी. है जो कुआँ तक है जिसका काम पूरा हो गया है। वर्तमान में नहर से माही का पानी सागवाडा तक लाने का प्रयास किया जा रहा। बाँसवाड़ा डेम से यह पानी क़रीब 62 किमी. का सफर तय कर के डूंगरपुर जिले के बोरेश्वर में बने सायफन में प्रवेश करता है। यहां से करीब 70 किमी. का सफर कर यह पानी सागवाडा पहुंचाया जाना है।
सिंचाई विभाग के मोहित पाटीदार बताते हैं कि 2018 में आरा तक पानी आया था। हालाँकि इसके बाद पानी की सप्लाई नहर में नहीं हो पाई है। इस बार फिर कोशिश की गई है और पूरा शासन प्रशासन नहर के सफ़ाई अभियान में जुट गया है। बांसवाड़ा डैम से पानी भी छोड़ा गया है जो अभी 8 किमी पर रोक दिया गया था जिसे आज 19 किमी. तक छोड़ गया है । इसकीपूर्ण भराव क्षमता के बाद 20 किमी तक इस पानी को रोका जायेगा। नहर की सफ़ाई का कार्य पूर्ण होने के बाद इस पानी को आगे के लिए छोड़ा जाना है।
काब्जा के साकरिया फला में नहर निर्माण में तकनीकी खामी, पानी पूरी क्षमता से सागवाडा की और जाने में बना संशय!
काब्जा के साकरिया फला में बनी नहर में तकनीक खामी बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार आरडी 43 किमी. पर जो एक्वाडक्ट बना है वह आरडी 43.300 पर बने एक्वाडक्ट से लगभग 1 मीटर ऊँचा है । जिसके चलते पानी पूरी क्षमता से सागवाडा की ओर जाने में परेशानी आ सकती है । आरडी 43 किमी पर बने एक्वाडक्ट का पूरा एंगल पर मुड रहा है जिससे पानी का मार्ग बाधित हो रहा है। हालाँकि की सिंचाई विभाग के अधिकारियों की माने तो नहर की साफ़ सफ़ाई के बाद पानी सागवाडा तक आने की संभावना है।