डूंगरपुर/पेट्रोल -डीजल पर वैट के विरोध में शुक्रवार सुबह 6 बजे से पंप संचालक हड़ताल पर उतर गए हैं। हालाकि कई पेट्रोल पंपों पर गुरुवार रात से ही सेल बंद कर दी गई थी। वहीं हड़ताल के चलते कई गाड़ियों में पेट्रोल – डीजल खत्म हो गया। इस वजह से गाड़ियों के चक्के रुक गए। अब लोग भी पेट्रोल पम्प संचालकों के समर्थन में सरकार से वेट कम करने की मांग कर रहे है।
पेट्रोल पंप संचालकों ने पंपलेट के जरीए लोगों को हड़ताल की सूचना दी।
पेट्रोल – डीजल पर वेट कम करने की मांग को लेकर पूरे प्रदेश में दो दिन 13 ओर 14 सितंबर को सुबह 10 से शाम 6 बजे तक सेल बंद रखकर विरोध जताया। दो दिन विरोध के बावजूद सरकार की ओर से पेट्रोल पंप संचालकों को बातचीत के लिए नहीं बुलाने पर शुक्रवार से उन्होंने बेमियादी हड़ताल कर दी गई। पेट्रोल पंप के आगे बेरिकेट लगा दिए। वहीं पंप पर हड़ताल के पंपलेट लगाकर हड़ताल की जानकारी दी गई। कई लोग 2 दिनों से सुबह 10 बजे से हड़ताल शुरू होने की संभावना के चलते सुबह-सुबह पेट्रोल पंपों पर पहुंच गए। लेकिन जब पंप बंद मिले तो बैरंग लोटना पड़ा।
बेमियादी हड़ताल के बाद खाली पड़े पेट्रोल पंप।
कई गाड़ियों में पेट्रोल और डीजल बिल्कुल खत्म हो जाने से वे गाड़ियों रुक गई। पेट्रोल पंप पर गाड़िया लेकर पहुंचे लोगो ने भी वेट का विरोध जताया। लोगों ने कहा की राजस्थान में पेट्रोल और डीजल के भाव सबसे ज्यादा है। डूंगरपुर के ही पड़ोसी गुजरात में पेट्रोल 13 रुपए और डीजल 4 रुपए सस्ता है। राज्य सरकार को वेट कम कर राहत देनी चाहिए। इससे महंगाई कम होगी और लोगों को राहत मिलेगी।