प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों और व्यापारियों से आह्वान किया है कि वे विदेशी सामान को त्यागकर गर्व से भारत में बने उत्पादों का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि एक दशक पहले तक भारत खिलौनों तक के लिए विदेशों पर निर्भर था, लेकिन “लोकल फॉर वोकल” अभियान ने परिदृश्य बदल दिया और आज भारतीय खिलौने 100 से अधिक देशों में निर्यात किए जा रहे हैं।
पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा कि विदेशी उत्पादों की बिक्री का कारण अधिक मुनाफा हो सकता है, लेकिन अब समय है कि भारतीय पहचान को मजबूत करते हुए मेड इन इंडिया को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने जोर दिया कि भारतीय व्यापारी गर्व के साथ स्थानीय उत्पाद बेचें और ग्राहक भी उन्हीं को अपनाएं।
नए कर्तव्य पथ, संसद भवन और भारत मंडपम का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली अब वैश्विक व्यापार और कारोबार का प्रमुख केंद्र बन रही है और जल्द ही दुनिया की बेहतरीन राजधानी के रूप में उभरेगी। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी पूरा होगा जब हर नागरिक और व्यापारी “मेड इन इंडिया” को अपना कर्तव्य समझकर बढ़ावा देंगे।