सागवाडा। शहर में सीवरेज व पेयजल सुविधा के लिए पिछले चार माह से रुडिप के ठेकेदारों की ओर से सड़क की खुदाई करने के बाद उन्हें छौड दिया गया है। पिछले चार माह के दरम्यान करीब एक दर्जन से अधिक लोग दुर्घटना के शिकार हुए है। वही करीब 50 हजार की आबादी का जीवन परेशानी भरा हो गया है।
वही इस काम को संभालने वाले रुडिप के अधिकारी कानों में तेल डालकर सौए हैं। उन्हें जनता की परेशानी और तकलीफ को समझने की जरुरत ही महसूस नही हो रही है। रोज आमजन रुडिप के ऑफिस में शिकायत लेकर जाती है। वहां पर कोई सुनने वाला भी नही है।
दरअसल शहर के भोईवाडा, बोहरावाड़ी, परमारवाड़ा और अन्य कॉलोनी में पेयजल पाइपलाइन और सिवरेज के नाम से पिछले छह माह से काम चल रहा हैं। रुडिप के अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत से इन सड़को को खोदकर ठेकेदार गायब हो चुका है। मानसून के शुरु होने से पहले लोगों ने सड़को की मरम्मत की मांग की थी लेकिन अधिकारियों ने उसकी कोई परवाह नही की हैं।
अब इन टूटी सड़को से मिट्टी और मलबा निकलने के कारण करीब 5 से 6 फीट गहरा गड्ढा हो गया है। इन गड्ढों में बरसाती पानी भरने के कारण वहां से गुजरने वाले दुपहिया वाहनधारी परेशान हो रहे हैं वही राहगीर भी इस मार्ग से चलने में डर रहे है। सडक की दुदर्शा इतनी खराब है कि इस मार्ग पर दूकान करने वाले व्यापारी भी अब शिफिटंग का काम कर रहे है। लोगों की आवाजाही बंद होने से व्यापार प्रभावित हो रहा है। बारिश के दिनों में सड़को का नामो-निशान गायब हो गया है। जिससे लोगों में सरकार और अधिकारियों के प्रति रोष व्याप्त है।
एक्सईएन, एईएन सब ऑफिस से रहते है गायब
रुडिप की ओर से शहर में कार्यालय खोल रखा है। यहां पर एईएन विजयपाल और चाहत सोनी काम करते है। जो अक्सर गायब रहते है। यही हाल एक्सईएन मधुसूदन गेना का रहता है। कार्यालय में तीन अधिकारी अपने पद पर गायब रहने के कारण लोगों की शिकायत सुनने वाला कोई नही होता है।
वहां पर बैठने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कहते है कि अधिकारी फिल्ड में हैं जबकि पूरा सागवाडा शहर 5 किमी. परिधी में फैला हुआ है। इसमें भी 3 किमी. परिधी में सागवाडा में काम चल रहा हैं। ऐसे में फिल्ड के बहाने अधिकारी गायब रहते है।
ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत
शहर में दिसंबर माह में काम शुरू हुआ था। उस समय से शहर के भोईवाडा, मोचीबाजार, परमारवाड़ा कलालवाड़ी, पूजारवाड़ा और शेखवाड़ा, बोहरवाड़ी के लोगों ने ठेकेदार से हाथो-हाथ सड़क निर्माण की शिकायत की थी। उस समय अधिकारियों और ठेकेदार ने फरवरी में एक साथ रिपेयरिंग का काम करने का आश्वासन दिया था।
फरवरी माह पूरा खत्म होने पर होली का त्यौहार पूर्ण होने के बाद अप्रैल माह में ठेकेदार की ओर से रिपेयरिंग का काम करने का आश्वासन दिया था। वही मई माह में पुन: संपर्क करने पर जल्द सडक रिपेयरिंग का आश्वासन दिया गया था। अब जुलाई माह में बारिश होने के कारण सारी सडके कीचड और गड्ढों में तब्दील हो गई है।
अब ठेकेदार नियमों का हवाल देते हुए सितम्बर माह में सडक बनाने की बात कह रहा है लेकिन इन गड्ढों में कंक्रीट मिक्स मुरम डालने से बच रहा हैं। जिससे इन गड्ढों में हादसा होने से रोका जा सके।
सागवाडा में कहां पर सड़के क्षतिग्रस्त है, मुझे इसकी कोई जानकारी नही है।सड़के सब रिपेयरिंग की हुई है। मैं फिलहाल फिल्ड में हू। इसलिए आपसे बात नही कर सकता हूं।
मधुसूदन गेना , एक्सईएन, रुडिप सागवाडा