सागवाड़ा। शहर में विकास कार्यों की गुणवत्ता और स्थायित्व सुनिश्चित करने के लिए पालिकाध्यक्ष आशीष गांधी ने एक बड़ा कदम उठाया है। पालिकाध्यक्ष गांधी ने एक विशेष निरीक्षण टीम का गठन किया है, जो शहरभर में घूमकर हाल ही में हुए विकास कार्यों की गहन जांच करेगी।
इस टीम में नगरपालिका के जमादारों सहित विभिन्न अनुभवी कार्मिकों को शामिल किया गया है। टीम का मुख्य उद्देश्य यह है कि जिन विकास कार्यों पर सार्वजनिक धन खर्च किया गया है, वे जनहित में सही स्थिति में रहें और उनका वास्तविक लाभ आमजन तक पहुंचे।
हर गली-मोहल्ले में होगा निरीक्षण
टीम ने शहर की प्रत्येक सड़क, सीवरेज लाइन, नाली, स्ट्रीट लाइट, डामर सड़क आदि का निरीक्षण किया जा रहा है। जो कार्य अभी गारंटी पीरियड में हैं, उन पर विशेष फोकस रखा गया है। यदि किसी स्थान पर कार्य गारंटी अवधि में ही क्षतिग्रस्त पाया जाता है, तो संबंधित ठेकेदार की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
जेईएन व तकनीकी टीम की मदद से बनेगी रिपोर्ट
नगरपालिका की तकनीकी शाखा, विशेष रूप से जेईएन और इंजीनियरिंग स्टाफ इस निरीक्षण टीम को तकनीकी सहायता प्रदान कर रहे हैं। सर्वे के दौरान जो भी समस्याएं चिन्हित की जाएंगी, उनकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। पालिका प्रशासन द्वारा इसे जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा, जिसके बाद जरूरी मरम्मत एवं सुधार कार्य शुरू करवा दिए जाएंगे।
जनहित में बड़ा कदम
पालिकाध्यक्ष गांधी की इस पहल से आमजन में भी सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी जा रही है। वर्षों से लोग जिन क्षतिग्रस्त सड़कों, अधूरी सीवरेज लाइन और बंद लाइट्स से परेशान थे, अब उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही ठोस बदलाव देखने को मिलेंगे।
पालिकाध्यक्ष गांधी का यह प्रयास न केवल विकास कार्यों में पारदर्शिता लाएगा, बल्कि ठेकेदारों को भी यह संदेश देगा कि गुणवत्ता से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हमारी प्राथमिकता है कि जो भी विकास कार्य नगरपालिका द्वारा करवाए गए हैं, वे टिकाऊ और गुणवत्तायुक्त हों। अगर किसी कार्य में खामी पाई जाती है, तो संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह जनधन है, इसका हर पैसा जनहित में सही जगह उपयोग होना चाहिए।
आशीष गांधी, पालिकाध्यक्ष, नगर पालिका, सागवाड़ा