सागवाड़ा/नगरपालिका की ओर से डूंगरपुर मार्ग पर पुनर्वास कॉलोनी ए ब्लॉक में लाखों रुपए की लागत बनाए गए बस स्टैंड का आरयूआईडीपी से जुड़े कार्मिकों ने बिना लिखित स्वीकृति हटा देने पर शहरवासियों ने रोष व्यक्त किया है।
नगरपालिका की ओर से वर्ष 2022 में इसका निर्माण कराया गया था तथा पुनर्वास कॉलोनीवासी इस स्टैंड का लाभ ले रहे थे। आरयूआईडीपी की ओर से सीवरेज डालने का कार्य शहर में किया जा रहा है। बस स्टैंड के नीचे से सीवरेज लाइन जाने के कारण आरयूआईडीपी ने नगरपालिका की बिना स्वीकृति के ही बस स्टैंड को हटा दिया गया।
एक माह से अधिक समय तक बस स्टैंड ए ब्लॉक में ही पड़ा रहा। अभी कुछ दिन पूर्व ही आरयूआईडीपी की ओर से बस स्टैंड को हटाकर गलियाकोट मार्ग पर नानका भाई के कैबिन के पास कचरे की तरह रखवा दिया हैं।
गमलेश्वर मंदिर के बाहर, 132 केवी के पास, गलियाकोट मार्ग पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के कॉर्नर पर तथा डूंगरपुर मार्ग पर पुनर्वास कॉलोनी एक ब्लॉक में बस स्टैंड का निर्माण किया गया था। प्रत्येक बस स्टैंड निर्माण में 4.90 लाख रुपया खर्च किया गया था।
इनका लोकार्पण तत्कालीन जल संसाधन मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया की ओर से छह फरवरी, 2022 को किया गया था। गलियाकोट मार्ग पर नानका भाई के केबिन के पास पत्थर, रेती एवं सीमेन्ट से बस स्टैंड बना हुआ था तथा बस स्टैंड के पुराना होने के कारण जर्जर हो गया था।
जिसे गिरा दिया गया था। नगरपालिका की ओर से डूंगरपुर मार्ग पर लगा बस स्टैंड अब नानका के केबिन के पास लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में यह बस स्टैंड कचरे के ढेर में पड़ा हुआ है।
इनका कहना……….
डूंगरपुर मार्ग पर बने बस स्टैंड को आरयूआईडीपी के कार्मिकों ने बिना लिखित स्वीकृति के हटा दिया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही हैं। जितेंद्र शर्मा, अधिशाषी अभियंता सागवाड़ा नगरपालिका