सागवाड़ा। कृष्ण जन्माष्टमी के एक दिन पहले शीतला सप्तमी का त्योहार मनाया गया। व्रतार्थी महिलाओं ने माता की पूजा कर सुख और सौभाग्य के लिए मंगल कामना की। बाद में घरों में एक दिन पहले बना ठंडा भोजन किया।
शहर के मसानिया तालाब, गमरेश्वर महादेव मंदिर, डॉ नागेंद्र पार्क के पास शीतला माताजी मंदिर सहित कई मंदिरो में सुबह से ही व्रतार्थी महिलाओं की भीड़ रही। माताजी की पूजा अर्चना के बाद कथा सुनी । शीतला सप्तमी के दिन लोग माता शीतला की पूजा करते हैं।
मान्यता के अनुसार इस दिन देवी को बासी (ठंडे) खाने का भोग लगाया जाता है। साथ ही जिन परिवारों में यह पर्व मनाया जाता है, उनमें भी बासी (ठंडा) खाना खाने की परंपरा है। इस दिन न केवल माता का पूजन किया जाता है बल्कि व्रत भी रखा जाता है और इस व्रत को रखने वाले स्त्री-पुरुष को जरूरी होता है कि वह या उसके परिवार के सदस्य शीतला सप्तमी के दिन ठंडा खाना खाएं।