डूंगरपुर। जिले के बिछीवाड़ा व रामसागड़ा थाना क्षेत्र में जेलाना गांव के समीप स्कूल के नाम पर चर्च चलाकर धर्मांतरण कराने का आरोप लगने के बाद इलाके में भारी तनाव व्याप्त हो गया। स्थानीय हिंदू संगठनों और ग्रामीणों ने इस अवैध गतिविधि का विरोध किया और पुलिस को सूचना दी।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पिछले 3 वर्षों से यह चर्च स्कूल के नाम पर कार्य कर रहा है। इसमें आदिवासी समुदाय को धार्मिक रूप से गुमराह कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। गोपालराम महाराज के नेतृत्व में बड़ी संख्या में हिंदूवादी संगठन और ग्रामीण पहुंचे और चर्च में धर्मांतरण की गतिविधियों को रोकने की मांग की।
घटना की सूचना मिलने पर बिछीवाड़ा एवं रामसागड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। डूंगरपुर डीएसपी तपेंद्र मीणा ने कहा कि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने स्कूल के अलावा चर्च में चल रही गतिविधियों पर रोक लगा दी।
यह मामला खास इसलिए बना क्योंकि प्रदेश में नया धर्मांतरण विरोधी कानून लागू हुआ है, और यह पहला बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस प्रशासन ने संबंधित पक्ष को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कानून का पालन किया जाए।
स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि ऐसे अवैध गतिविधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि धार्मिक आधार पर लोगों को गुमराह नहीं किया जा सके और सामाजिक सौहार्द कायम रहे।