डूंगरपुर/कुंआ थाना क्षेत्र के डूंगरसारण ग्राम पंचायत माता फला में 2 सगी बहनों की शादी में पुलिस और चाइल्ड लाइन की टीम पहुंच गई। 16 साल की एक नाबालिग की शादी को रुकवा दिया। उसके माता पिता को बालिग होने तक शादी नहीं करवाने के लिए पाबंद करवाया गया हुआ, जबकि दूसरी बेटी के बालिग होने से उसकी शादी करवा दी गई।
बाल अधिकारिता विभाग की ओर से चल रहे चाइल्ड हेल्पलाइन पर रविवार को सूचना मिली की डूंगरसारण ग्राम पंचायत के माता फला में 2 नाबालिग बहनों की शादी हो रही है। इस पर बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक पिंकी मीणा, चाइल्ड हेल्पलाइन के समन्वयक मेहुल शर्मा के साथ टीम सुपरवाइजर नारायण बरंडा, केस वर्कर बलदेव परमार, हिमांशु परमार ने इसकी सूचना पुलिस ओर प्रशासन को दी। इस पर तहसीलदार चिखली सुंदरलाल कटारा, पटवारी लोकेश मीणा, चाइल्ड हेल्पलाइन, कुंआ पुलिस और श्रृष्टि सेवा समिति की टीम मौके पर पहुंची।
मौके पर 2 बहनों की शादी हो रही थी। दोनों की बारात आ गई थी। बैंड बाजे के साथ बाराती नाच रहे थे। शादी को लेकर उत्साह का माहौल था, लेकिन पुलिस और प्रशासन के आते ही हड़कंप मच गया। पुलिस ओर प्रशासन ने दोनों दुल्हन के दस्तावेज मांगे। एक दुल्हन की उम्र 19 साल मिली, जबकि छोटी बहन की उम्र 16 साल ओर 6 दिन ही थी। नाबालिग होने पर प्रशासन ने उसकी शादी नहीं करवाने के लिए पाबंद करवाया। वहीं, कोचरी अम्बाडा से आई बारात को वापस बैरंग लौटा दिया। वहीं, बालिग मिली दुल्हन की शादी करवाई गई। दोनों पक्षों के माता-पिता को दुल्हन के बालिग नहीं होने तक शादी नहीं करवाने के लिए पाबंद करवाया।
