सागवाड़ा। प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा 19 नए जिले बनाने की घोषणा के बाद सागवाड़ा को जिला बनाने की मांग मुखर होने लगी है। इसे लेकर लोग सोशल मीडिया पर बकायदा मुहिम चला रहे हैं। सागवाड़ा को जिला बनाने के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं। लोग कयास लगा रहे हैं कि साबला और प्रसिद्ध बेणेश्वर धाम के अलावा चिखली क्षेत्र सागवाड़ा में शामिल हो सकते हैं। सागवाड़ा शहर क्योंकि हर तरह से जिला बनाने की पात्रता रखता है इसलिए कांग्रेस ही नहीं भाजपा के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी इस मांग को लेकर एक राय है कि सागवाड़ा जिला बनना चाहिए।
नगर के एक युवा भाजपा नेता का तो सोशल मीडिया पर मांग के समर्थन में यह बयान भी आ रहा है कि सागवाडा के पास वागड़ के दिग्गज एवं मुख्यमंत्री के खासमखास जिनके शब्दकोश में नामुमकिन शब्द है ही नही ऐसे बहुमुखी प्रतिभा के धनी दिनेश खोड़निया है, इसलिये जिला तो हर हाल में बन के रहेगा।
जानकारी तो यहभी मिल रही है कि एआईसीसी मेंबर और जिले के कद्दावर नेता दिनेश खोडनिया के मन में सागवाड़ा बसता है। इसलिए सागवाड़ा को जिला बनाने का अब भी कोई मौका बचता है तो वे निश्चित रूप से इसकी पुरजोर पहल में लग गए हैं। खोडनिया यहां के लोगों की भावनाओ को भलीभांति समझते हैं और यह भी जानते हैं कि जिला बनने के बाद क्या क्या सुविधाएं बढ़ेंगी और सियासी मामलों में यहां के लोगों के लिए ओर किन फायदों का विस्तार होगा। ऐसे में दिनेश खोडनिया ऐसा कोई मौका गवाना नहीं चाहेंगे।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सागवाडा के जन जन में सागवाडा को जिला बनाने की महत्वाकांक्षा बढ़ गई है। सबकी नजर एक व्यक्ति पर है वो हैं दिनेश खोडनिया।
अगर सगवाड़ा क्षेत्र के लोगों की इस भावना को पूरा करने में दिनेश खोडनिया कामयाब होते हैं तो सोशल मीडिया में लोग यहां तक कह रहे हैं कि माही के लिये मुख्यमंत्री स्व हरिदेव जोशी और डूंगरपुर में रेल लाने के लिये वागड़ गांधी स्व भीखा भाई भील का नाम जिस सम्मान से लिया जाता है उसी कड़ी में सागवाडा को जिला बनाने के लिये एक नाम दिनेश खोडनिया का हमेशा हमेशा के लिए जुड़ जाएगा।
हालांकि सागवाड़ा को जिला बनाने के लिए कांग्रेस के दूसरे नेता भी सक्रिय हुए हैं। जिसमें पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार बामनिया और कुछ नाम ओर भी शामिल हैं लेकिन दिनेश खोडनिया की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नजदीकियों के मद्देनजर लोगों की खोडनिया से ज्यादा अपेक्षाएं हैं।
बहरहाल सागवाड़ा को जिला बनाने पर जिले के हिसाब से विकास के लिए सरकार से ज्यादा बजट मिलेगा। वही एसपी और कलेक्टर कार्यालय खुलने के साथ ही जिला स्तर के अधिकारियों के मुख्यालय होने का लाभ मिलेगा। साथ ही साथ नगर पालिका क्रमोन्नत होकर नगर परिषद बन सकता है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों को राजनीतिक भेदभाव भुलाकर सागवाड़ा को जिला बनाने की मांग हर स्तर पर मुखर करनी चाहिए।