आसपुर। ग्रामीणों की आवाज बने विधायक उमेश मीणा, बालिका छात्रावास के पास खुले अंग्रेजी शराब की दुकान (ठेके) पर लगाया ताला, बोले – 24 घंटे में अंग्रेजी शराब की दुकान (ठेका) नहीं हटा तो होगा बड़ा आंदोलन
आसपुर विधानसभा क्षेत्र में जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए विधायक उमेश मीणा ने ऐसा साहसिक काम किया है, जिसकी हर जगह तारीफ हो रही है। फलोज, रघुनाथपुरा और हथाई पंचायतों के आसपास आबकारी विभाग ने ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की मंजूरी के बिना फलोज बालिका छात्रावास के पास अंग्रेजी शराब की दुकान (ठेका) खोल दिया, जिससे छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में पड़ गई।
इस अंग्रेजी शराब की दुकान (ठेका) की वजह से इलाके में रोजाना लड़ाई-झगड़े और मारपीट होने लगी। हालात इतने खराब हो गए कि कई छात्राओं को हॉस्टल छोड़कर जाना पड़ा। होली पर भी शराबियों ने महिलाओं और लड़कियों से बदतमीजी की, जिससे लोगों में गुस्सा फैल गया।
पिछले 7-8 महीनों से ग्रामीण और जनप्रतिनिधि प्रशासन को बार-बार शिकायत कर रहे थे, लेकिन सरकार और अधिकारी चुप बैठे रहे। एवं क्षेत्र में खुलेआम नियमों का उल्लंघन करते हुए धड़ल्ले से अंग्रेजी शराब की दुकान (ठेका) चलाया जा रहा है।
ऐसे में आमजन ने विधायक उमेश मीणा को इस मामले की जानकारी दि और उन्हे मोके पर बुलाया जिसपर विधायक उमेश मीणा आगे आकर अंग्रेजी शराब की दुकान (ठेका) पर ताला लगाया और वेल्डिंग कराकर उसे बंद करवा दिया। उन्होंने मौके पर ही साफ कहा कि “अगर 24 घंटे में अंग्रेजी शराब की दुकान (ठेका) नहीं हटाया गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।”
विधायक उमेश मीणा ने कहा कि ’’आदिवासी इलाकों में शराब की दुकानें नहीं होनी चाहिए, क्योंकि इससे हमारा समाज और परंपराएं बिगड़ती हैं। ऐसी दुकानों पर पूरी तरह रोक लगनी चाहिए।’’
उनके इस फैसले से छात्राओं और महिलाओं को बड़ी राहत मिली है और लोगों में खुशी की लहर है। ग्रामीणों ने कहा कि विधायक उमेश मीणा सच्चे जनप्रतिनिधि हैं। वे केवल कुर्सी पर बैठने वाले नेता नहीं, बल्कि जनता के बीच रहकर उनकी लड़ाई लड़ने वाले नेता हैं।
उमेश मीणा के इस हिम्मत भरे कदम से आदिवासी इलाके की जनता को नई ताकत मिली है। उन्होंने साबित कर दिया कि जो नेता जनता की आवाज बनता है, वही असली नेता होता है, और ऐसा नेता बदलाव जरूर लाता है।
