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अब तक 150 से अधिक लोगों के ऑपरेशन हुए, 500 का रखा गया लक्ष्य
सागवाडा। ज़ील हॉस्पिटल में ज़ील चेरिटेबल ट्रस्ट सागवाडा की और से 17 जनवरी से मोतियाबिंद का निःशुल्क ऑपरेशन का शिविर शुरू हो चुका है यह शिविर 28 फ़रवरी तक चलेगा शिविर के तहत अब तक 150 से अधिक लोगों के आँखों के ऑपरेशन किए जा चुके हैं।ज़ील चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से 500 लोगों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया है।
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ज़ील अस्पताल सागवाडा में पहले आने वाले 500 लोगों का ऑपरेशन निःशुल्क किया जाएगा। ज़ील हॉस्पिटल सागवाडा की ओर से 17 जनवरी से शुरू होने वाले इस शिविर में सुबह 10 बजे से परामर्श लिया जा सकता है । नेत्र चिकित्सा शिविर में ज़ील हॉस्पिटल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. यश आर. गांधी आंखों की जाँच करेंगे। शिविर में डॉक्टर का परामर्श BPL कार्ड धारको के लिए नि शुल्क रहेगा। शिविर में आँखों की जाँच कर मोतियाबिंद के ऑपरेशन का परामर्श दिया जाएगा।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. यश आर.गांधी ने बताया कि मोतियाबिंद, लेंस में उम्र से संबंधित बदलाव होते हैं ये लेंस जो आपकी आंख के अंदर मौजूद होती हैं। आमतौर पर मोतियाबिंद उम्र बढ़ने के कारण होता है और नजर कमजोर होने का कारण बन सकते हैं। समय पर इसका ऑपरेशन कर लेंस में बदलाव कराया जाना चाहिए। मोतियाबिंद तब विकसित होता है जब आपकी आंख का लेंस धूमिल हो जाता है।
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मोतियाबिंद की शुरुआत मे, व्यक्ति को दृष्टि संबंधी कठिनाइयों की शिकायत नहीं होती है। यदि उन्हें दिखने मे परेशानी हो रही है तो उन्हें आमतौर पर चश्मा बदलकर ठीक किया जाता है। हालांकि, जैसे-जैसे मोतियाबिंद बढ़ता है, लोगों की कम रोशनी मे होने पर पढ़ने मे दिक्कत हो सकती है।