डूंगरपुर। जिले के दोवडा थाने में चोरी के एक आरोपी के साथ हवालात में गंभीर प्रवृति की मारपीट का मामला सामने आया है। एक दिन पहले जिला अस्पताल में आईसीयू में भर्ती अभियुक्त को पुलिस ने वेंटिलेटर पर उदयपुर रैफर किया। वही अब पुलिस ने इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है। उधर अभियुक्त के परिवारजनों की हालात खराब हो रही है। अचानक बेटे पर पुलिस की बर्बरता के बाद मां का रो-रो कर बुरा हाल है।
दोवडा थाना क्षेत्र के कलरिया गांव निवासी दिलिप अहारी ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर वसी स्कूल में चोरी की थी। पिछले कई दिनों से दोवडा पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इसी दरम्यान शुक्रवार रात को करीब 12 बजे दोवडा पुलिस के कुछ जवान दिलिप की तलाश में उसके गांव कलारिया पहुंचे। जहां पर उसके घर की तलाशी के दौरान वहां दिलिप नही मिला। दिलिप के परिवारजन ने घर पर नही होने की सूचना दी।
जिस पर पुलिस ने उसके छोटे भाई गोविंद को उठा कर पुलिस थाने ले आई। उसे दिलिप को भेजकर छोटे भाई गोविंद अहारी को ले जाने की बात कही। छोटे भाई के अचानक पुलिस वाले ले जाने पर इसी रात 3 बजे परिजन दोवडा थाने पहुंचे। जहां पर उसके काका ने डूंगरपुर शहर के सोमकमला आंबा बांध की कॉलोनी में रहने वाली भुआ जशोदा अहारी के घर दिलिप के छूपे होने की जानकारी दी। जिस पर पुलिस जाप्ता दिलिप को लेने डूंगरपुर शहर पहुंची।
जहां पर रात 3 बजे दिलिप को भुआ के घर से उठाकर लाए। जहां पर रातभर उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया जा रहा है। शनिवार को सुबह दिलिप के दादाजी हरिराम अहारी उससे मिलने के लिए दोवडा थाने में पहुंचे। करीब दो घंटे बैठने के बाद भी दिलिप से नही मिलने दिया। हरिराम दोपहर 1 बजे दोवडा थाने से पुन: अपने गांव कलारिया पहुंच गए। करीब 3 बजे परिजन के पास फोन आया कि दिलिप की तबियत खराब होने से उसे जिला अस्पताल आईसीयू में भर्ती कराया है। शाम को दिलिप के परिजन जिला अस्पताल पहुंचे। जहां पर दिलिप बेसूध आईसीयू में भर्ती था।
उसकी भुआ जशोदा अहारी ने बताया कि उसके सीने, पांव और शरीर पर अलग-अलग जगह चोट के निशान थे। आज सुबह उसकी तबियत खराब होने से उसे अचानक उदयपुर रैफर कर दिया जिस पर परिजनों का आक्रोश फुट गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि दिलिप के साथ शुक्रवार रात को मारपीट की गई। इसके कारण वो गंभीर अवस्था में अचेत पडा हुआ है।
ऐसे में पुलिस के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए अस्पताल में हंगामा करने लगे। पुलिस भी परिजनों की बातो को अनसुना करके उसे एम्बुलेंस की सहायता से उदयपुर सरकारी अस्पताल लेकर गई है। इधर दिलिप की मां और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने पुलिस पर बर्बरता से मारपीट का आरोप लगाया। पुलिस इस मामले में बयान देने से बच रही है।